
सावन 11 से शुरू, 14 को पहला सोमवार, बन रहा गजानन संकष्टी चतुर्थी का संयोग
सावन 11 जुलाई से शुरु हो रहा है। इस बार सावन में 4 सोमवार पड़ेंगे। 9 अगस्त को पूर्णिमा है। ज्योतिषाचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि सावन में भगवान शिव की उपासना का विशेष महत्व है। पहला सोमवार 14 जुलाई, दूसरा 21, तीसरा 28 और चौथा सोमवार 4 अगस्त को है। पहले सोमवार को गजानन संकष्टी चतुर्थी का संयोग और आयुष्मान योग बन रहा है।
नागपाल ने बताया कि शिव पुराण के अनुसार जो व्यक्ति सोमवार का व्रत करता है भगवान शिव उसकी समस्त मनोकामनाएं पूर्ण करते हैं। शिव के साथ गणेश, पार्वती व नंदी जी की भी पूजा की जाती है। सावन में जल, दूध, दही, शहद, घी, चीनी, जनेऊ, चन्दन, बेलपत्र, भांग-धतूरा आदि से पूजन कर कर्पूर (कपूर) से आरती करने का विधान है। रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व होता है। शिव जी के मंत्र का जाप करने, रूद्रसुक्त, लघु रूद्री, महारूद्री का पाठ करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं।