
नेहा सांगवान world Championships टीम से हुईं बाहर, WFI ने 2 साल के लिए किया निलंबित
अधिक वजन के कारण हाल ही में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में अयोग्य घोषित की गई पहलवान नेहा सांगवान को सोमवार को भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) ने ‘लगातार वजन प्रबंधन संबंधी समस्याओं’ के कारण सीनियर विश्व चैंपियनशिप टीम से बाहर करने के अलावा दो साल के लिए निलंबित कर दिया। हरियाणा के चरखी दादरी की रहने वाली नेहा को पिछले हफ्ते बुल्गारिया के समोकोव में महिलाओं के 59 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करनी थी लेकिन उनका वजन निर्धारित सीमा से लगभग 600 ग्राम अधिक था।
आयोजकों ने उन्हें अयोग्य घोषित कर दिया और भारत उस भार वर्ग में प्रतिनिधित्व नहीं कर सका। भारत की महिला टीम ने सात पदक जीते और जापान के बाद उपविजेता रही। नेहा पदक की प्रबल दावेदार थीं और स्वर्ण पदक जीतकर भारत को टीम चैंपियनशिप जीतने में मदद कर सकती थीं। भारत 140 अंक के साथ दूसरे स्थान पर रहा जबकि जापान ने 165 अंक जुटाकर शीर्ष स्थान हासिल किया।
डब्ल्यूएफआई ने नेहा की जगह सारिका मलिक को टीम में शामिल किया है जो विश्व चैंपियनशिप के 59 किग्रा वर्ग ट्रायल्स में दूसरे स्थान पर रही थीं। विश्व चैंपियनशिप 13 से 21 सितंबर तक क्रोएशिया के जागरेब में होगी।डब्ल्यूएफआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘यह स्वीकार्य नहीं है। वजन प्रबंधन एक ऐसी चीज है जिसका एक पहलवान को ध्यान रखना होता है। हम बुल्गारिया में उस भार वर्ग में पदक जीतने से चूक गए थे। हमारी जवाबदेही भी है क्योंकि सरकार टूर्नामेंट का खर्च वहन करती है और एक पहलवान पर लगभग दो से तीन लाख रुपये खर्च होते हैं। अगर आप वजन सीमित नहीं कर सकते तो हम अगले सर्वश्रेष्ठ पहलवान को मौका देंगे।’’
नेहा एक अच्छी पहलवान के रूप में उभर रही हैं और जूनियर से सीनियर वर्ग में उनका बदलाव भी काफी उत्साहजनक रहा है। उन्होंने 2024 अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीता था और इस साल 57 किग्रा भार वर्ग में सीनियर स्तर पर पहले ही तीन पदक जीत चुकी हैं। नेहा ने मई में 57 किग्रा वर्ग में यूडब्ल्यूडब्ल्यू रैंकिंग सीरीज मंगोलिया ओपन जीता और जून में यासर दागू में भी शीर्ष स्थान हासिल किया। पिछले महीने उन्होंने बुडापेस्ट में रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिता में रजत पदक जीता।
अधिकारी ने कहा, ‘‘रैंकिंग सीरीज प्रतियोगिताओं में यूडब्ल्यूडब्ल्यू के नियमों के अनुसार सभी पहलवानों को दो किग्रा भार वर्ग की छूट मिलती है इसलिए उन्हें उन प्रतियोगिताओं में कोई परेशानी नहीं हुई लेकिन उन्हें वजन सीमित रखने में लगातार दिक्कत आ रही है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले साल स्पेन में अंडर-20 विश्व चैंपियनशिप के दौरान भी उन्हें तय वजन के अंदर रहने में काफी संघर्ष करना पड़ा था। इस स्तर पर एक पहलवान जानता है कि उससे क्या अपेक्षा की जाती है इसलिए वजन प्रबंधन एक पहलवान की जिम्मेदारी है। अगर आप ऐसा नहीं कर सकते तो आप खेल नहीं सकते।
यह पूछे जाने पर कि क्या नेहा जैसी होनहार पहलवान के लिए यह सजा कठोर नहीं है, डब्ल्यूएफआई ने कहा, ‘‘हम यह सजा खुशी के लिए नहीं दे रहे हैं। वह निश्चित रूप से एक अच्छी पहलवान है लेकिन अगर आप प्रतिस्पर्धा ही नहीं करेंगे तो इतनी मेहनत का क्या मतलब है।



