गंगा दशहरा पर आज बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने परिवार सहित गंगा और संगम में स्नान पर विधि विधान से पूजन अर्चन कर दान किया। उसके पश्चात बड़े हनुमान मंदिर, शंकर विमान मण्डपम, नागवासुकी मंदिर में पूजन अर्चन किया। गंगा और संगम स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु भोर से पहुंचने लगे थे, भीड़ को देखते हुए पुलिस ने यातायात डायवर्ट कर दिया था, जगह – जगह वाहनों को पार्किंग में रोका जा रहा था जिससे कि संगम और गंगा किनारे जाम ना लगने पाए।
गंगा दशहरा का पर्व ज्येष्ठ शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। इस साल गंगा दशहरा 5 जून गुरुवार को मनाया जा रहा है। गंगा दशहरा के दिन ही मां गंगा का अवतरण हुआ था। आमतौर पर गंगा दशहरा का पर्व निर्जला एकादशी से ठीक एक दिन पहले मनाया जाता है। गंगा दशहरा पर श्रद्धालु मां गंगा की पूजा करते हैं और गंगा स्नान करते हैं। गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान करना और दान-पुण्य करना बहुत शुभ माना गया है।
अखिल भारतीय दण्डी संन्यासी परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष पीठाधीश्वर स्वामी ब्रह्माश्रम महराज ने बताया कि
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कि गंगा दशहरा के दिन गंगा में स्नान कर पूजन, दान करने से सभी प्रकार के पापों से मुक्ति मिल जाती है। उन्होंने बताया कि इस साल गंगा दशहरा पर पूरे दिन रवि योग रहने वाला है। ज्योतिष शास्त्र में रवि योग अत्यंत शुभ फलदायी माना गया है। मान्यता है कि इस योग में किए गए कार्य सफल होते हैं और व्यक्ति को सफलता व लाभ मिलता है।
राज्यों से जुड़ी हर खबर और देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए
नार्थ इंडिया स्टेट्समैन से जुड़े। साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप को डाउनलोड करें।