
सीएम योगी बोले, कर्म की साधना में शास्त्र देते हैं प्रेरणा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि संत गुरु रविदास जी महाराज ने कर्म की साधना से सिद्धि की पराकाष्ठा को छुआ था तथा उन्होंने कर्म को सर्वाधिक महत्व दिया। योगी ने कहा, ‘‘कर्म की साधना के बारे में हमारे शास्त्र भी लगातार प्रेरणा देते हैं। श्रीमद्भगवत गीता भी कहती है कि कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन, कर्म प्रधान विश्व करि राखा, जो जस करहि सो तस फल चाखा यानी जो जैसा करेगा, वैसे ही फल प्राप्त करेगा। इसलिए कर्म को महत्व दें।
उन्होंने कहा, ‘‘कर्म को महत्व देकर ही हम विकसित भारत की कल्पना को साकार कर सकते हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछले 11 वर्ष से कर्म साधना को महत्व देकर भारत को दुनिया के अग्रणी देशों की पंक्ति में लाकर खड़ा कर दिया है।’’ एक आधिकारिक बयान के मुताबिक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संत शिरोमणि संत गुरु रविदास जी महाराज की 648वीं जयंती पर रविदास मंदिर, जाफरखेड़ा, कानपुर रोड पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया। उन्होंने यहां उनकी प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन भी किया।
योगी ने कहा, ‘‘ आज का दिन बहुत पवित्र है। प्रयागराज में महाकुंभ का स्नान हो रहा है। एक महीने (13 जनवरी से अब तक) 47 करोड़ से अधिक श्रद्धालु मां गंगा, यमुना व सरस्वती की त्रिवेणी में डुबकी लगा चुके हैं। यह क्रम 26 फरवरी तक चलेगा। अगले 14 दिन भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के दृष्टिकोण के अनुरूप ‘डबल इंजन’ की भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने संत गुरु रविदास जी महाराज की जन्मभूमि काशी के सीर गोवर्धन को भव्य स्वरूप दे दिया है।