
नए साल में महंगी हो गईं Toyota की ये दो कारें, जानिए आखिर क्या है इसकी वजह
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर ने बुधवार को 1 जनवरी 2022 से भारत में पेश किए गए अपने सभी कार मॉडलों की कीमतों में बढ़ोतरी की अनाउंसमेंट की है। जिसमें बेस्टसेलर फॉर्च्यूनर एसयूवी और इनोवा क्रिस्टा शामिल हैं। एक प्रेस स्टेटमेंट में, टोयोटा ने बताया कि ‘कीमत में बदलाव’ की जरूरत कच्चे माल सहित इनपुट कॉस्ट में लगातार हो रही बढ़ोतरी की वजह से आई है। कंपनी ने आगे कहा कि उसने यह तय करने की कोशिश है कि लागत में बढ़ोतरी का असर उसके कस्टमर्स पर जितना हो सके उतना कम पड़े।
टोयोटा अब कई कार और टू-व्हीलर कंपनियों में से एक है जिसने अपने मॉडलों की रेंज पर कीमतों में बढ़ोतरी की अनाउंसमेंट की है।इनपुट की बढ़ती कीमतों और सेमीकंडक्टर चिप की ग्लोबल कमी के कारण यहां कई ब्रांड्स के लिए बड़ी चुनौतियां हैं। जबकि हाल के महीनों में नए और साथ ही फेसलिफ्ट मॉडल के कई हाई-प्रोफाइल लॉन्च हुए हैं। इनमें से कई प्रोडक्ट्स के लिए वेटिंग पीरियड भी बढ़ गया है। यह बताया गया है कि खास तौर से पॉपुलर रहे छोटे और एसयूवी वाहनों के कुछ वेरिएंट में कई महीनों का वेटिंग पीरियड होता है।
एक दशक में सबसे खराब रहा फेस्टिव पीरियड
देश में कोविड -19 मामलों में कमी के साथ वाहनों की मांग बढ़ रही है इसलिए प्रोडक्शन साइकल और सप्लाई के मामले परेशानियां बढ़ा रहे हैं और इनके 2022 में भी खत्म होने की संभावना नहीं है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (एफएडीए) ने हाल ही में जिक्र किया है कि नवंबर में फेस्टिव पीरियड लगभग एक दशक में सबसे खराब था और खास तौर से चिप शॉर्टेज की ओर इशारा किया। जोकि प्रोडक्शन पर असर डाल रहा है और इससे डीलर्स को प्रोडक्ट डिसपैच करने में दिक्कत आ रही है। पैसेंजर व्हीकल्स का रजिस्ट्रेशन 3,24,542 यूनिट रहा। जो पिछले साल के फेस्टिव पीरियड में 4,39,564 यूनिट्स से 26 प्रतिशत कम था।
सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) ने भी वर्तमान और मौजूदा चुनौतियों पर प्रकाश डाला है। सियाम के डायरेक्टर जनरल राजेश मेनन ने कहा, “मैनुफैक्चरर फाइनेंशियल ईयर 2021-22 की शुरुआत में सेल में भारी गिरावट से उबरने के लिए त्योहारी सीजन पर बैंकिंग कर रहे थे। हालांकि, सेमीकंडक्टर्स की कमी और कच्चे माल की लागत में भारी बढ़ोतरी ने इंडस्ट्री पर भरपूर असर डाला है।