
मुकेश अंबानी का इस दिवालिया कंपनी पर दांव! ₹200 तक चढ़ गया शेयर
दुनिया भर के शेयर बाजार इन दिनों भारी बिकवाली का सामना कर रहे हैं। अमेरिकी शेयर बाजार में तो कोहराम है। पिछले कुछ दिनों से US मार्केट ब्लडबाथ से होकर गुजर रहा है। इस दौरान एक शेयर ऐसा भी है जिसने अपने निवेशकों को बंपर रिटर्न देकर चौंका दिया है।
यह शेयर है- अमेरिकी कॉस्मेटिक कंपनी रेवलॉन इंक (Revlon inc) का। रेवलॉन का शेयर पिछले तीन-चार दिनों से राॅकेट की तरह भाग रहा है। इस शेयर का रिटर्न देखकर निवेशक खुद हैरान हैं। बता दें कि शेयरों में तेजी के पीछे भारत के सबसे अमीर बिजनेसमैन मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) हैं।
3.73 usd पर पहुंच गया शेयर
चार दिन में रेवलॉन (REV) का शेयर 1.17 usd (US dollar) (यानी 91.34 रुपये) से बढ़कर 3.73 usd (291.19 रुपये) तक पहुंच गया। इस दौरान इसमें 2.56 डॉलर (भारतीय रुपये के हिसाब से ₹199.85) की बढ़ोतरी हुई है। अगर प्रतिशत के हिसाब से देखा जाय तो यह शेयर चार कारोबारी दिन में 218.8% भागा है। बता दें कि यह शेयर प्राइस 13 जून से 17 जून तक का है।
एक दिन में 92% तक का रिटर्न
The New York Stock Exchange के मुताबिक, एक ट्रेडिंग सेशंस में यह शेयर 91.28% का भागा है। 16 जून को यह शेयर 1.95 usd (यानी 152.11 रुपये) पर बंद हुआ था। अगले दिन 17 जून को यह शेयर 3.73 usd (291.19 रुपये) पर बंद हुआ है। यानी कि एक दिन में यह शेयर 1.78 डॉलर (138.85 रुपये) तक बढ़ गया।
मुकेश अंबानी खरीद रहे हैं कंपनी?
खबर है कि मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज अमेरिकी कंपनी रेवलॉन इंक का अधिग्रहण करने की योजना बना रही है। बता दें कि कॉस्मेटिक्स बनाने वाली अमेरिका की दिग्गज कंपनी रेवलॉन दिवालिया होने के कगार पर पहुंच गई है।
रेवलॉन ने बैंकरप्सी के लिए आवेदन कर दिया है। इसके बाद खबर है कि रेवलॉन को खरीदने के लिए मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज ने दिलचस्पी दिखाई है। तब से कंपनी के शेयर लगातार चढ़ रहे हैं।
90 साल पुरानी कंपनी
कंपनी का इतिहास काफी पुराना है। अपने शुरुआती दिनों में कंपनी नेल पॉलिश का कारोबार करती थी। लेकिन 1955 में कंपनी लिपस्टिक के कारोबार में उतरने का फैसला किया। बता दें, यह एक इंटरनेशनल ब्रांड है। इसकी कंपनी का मालिकाना हक अरबपति उद्योगपति Ron Perelman के पास है। कोविड 19 की वजह से कंपनी की सप्लाई चेन पर बुरा असर पड़ा। लोग घर से निकलना बंद कर दिए जिसकी वजह से लिपस्टिक जैसे सामानों की खपत कम हो गई।
इससे कंपनी के रेवन्यू पर बुरा असर पड़ा। अब जब सबकुछ धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है तब स्टार्टअप्स और नए ब्रांड ने पहले के मुकाबले इस सेगमेंट में प्रतियोगिता को बढ़ा दिया है। जिसकी पुरानी जगह बनाना आसान नहीं हो रहा है। कंपनी पर मार्च तिमाही के अंत तक 3.31 अरब डॉलर का कर्ज था।