Nationalised Bank को घोटालों के लिए मिले 6,990 Cr.
दरअसल यही है सारी समस्याओं की जड़। Nationalised Banks फ्राड कराती हैं, उसमें हिस्सेदारी रखती हैं, और NPA होने पर सरकार उन्हें उसकी पूर्ति जनता के खून-पसीने की कमाई में से डण्डे के बल पर वसूले गये टैक्स से करती है। कितना अच्छा धन्धा है,…