
असामान्य बढ़ रहे सिर का ऑपरेशन कर बच्ची की दिलाई बीमारी से निजात, 9 घंटे तक चली सर्जरी
डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान व संजय गांधी स्नात्तकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के चिकित्सकों ने गोंडा निवासी पांच वर्षीय बच्ची को नया जीवन देने में कामयाबी हासिल की है। दुर्लभ बीमारी के कारण बच्ची का सिर असामान्य रूप से बढ़ रहा था। दिमाग का विकास रुक गया था। बच्ची दर्द से परेशान थी।
चिकित्सकों ने करीब 9 घंटे तक चली सर्जरी के दौरान सिर की हड्डी को चार टुकड़ों में काटकर कर जटिल ऑपरेशन करने में सफलता पाई। ऑपरेशन के बाद बच्ची की तबीयत बेहतर है। डॉक्टरों का दावा है कि लोहिया में इस तरह का पहला ऑपरेशन है।
गोंडा निवासी किसान की पांच वर्षीय बच्ची आराध्या सिंह का सिर जन्म से ही असामान्य था। सिर का आकार असामान्य रूप से बढ़ता रहा। आंखें बाहर की ओर आ गईं। लगातार सिर में दर्द हो रहा था। चक्कर और उल्टी की भी शिकायत शुरू हुई। धीरे-धीरे आंखों की रोशनी भी कमजोर हो रही थी।
परिवारीजनों ने बच्ची को कई अस्पतालों में दिखाया। लेकिन राहत नहीं मिली। परिवारीजन मरीज को लेकर लोहिया संस्थान पहुंचे। न्यूरो सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. दीपक सिंह ने मरीज को देखा। जांच कराई। जिसमें सिर की गंभीर बीमारी केनियोफेशियल सिंड्रोम की पुष्टि हुई।
डॉ. डीके सिंह ने बताया कि जन्म के समय बच्चों के सिर की हड्डियां कई हिस्सों में बंटी होती हैं। जो छह माह बाद से आपस में धीरे-धीरे जुड़ना शुरू होती हैं। 10 से 11 साल की उम्र में सिर की सारी हड्डियां आपस में जुड़ती हैं।
इस बच्ची के मामले में ऐसा नहीं हुआ। उसकी हड्डियां समय से पहले ही जुड़ गईं। नतीजतन उसके दिमाग का विकास प्रभावित होने लगा। इसका असर चेहरे व आंखों पर भी पड़ा। उन्होंने बताया कि बच्ची को बीमारी से निजात दिलाने के लिए ऑपरेशन करने की सलाह दी गई। परिवारीजन राजी हो गए।
इस तरह किया गया आपरेशन
डॉ. डीके सिंह ने बताया कि न्यूरो साइंस सेंटर भवन के ऑपरेशन थिएटर में बच्ची का ऑपरेशन हुआ। करीब 9 घंटे ऑपरेशन हुआ। सिर की हड्डी के चार टुकड़े किए गए। ताकि दिमाग का विकास हो सके। सिर की हड्डी के दो छोटे टुकड़े बाहर निकाले गए। जो आंखों के ऊपरी व नीचे के हिस्से में प्रत्यारोपित किए गए।
इससे आंखे सामान्य रूप से भीतर जाएंगी। वहीं चेहरे की विकृति भी डेढ़ से दो साल में ठीक होगी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के बाद बच्ची को सिर दर्द, उल्टी व चक्कर जैसी समस्याओं से निजात मिल गई है। यह सर्जरी पीजीआई प्लास्टिक सर्जरी विभाग के अध्यक्ष डॉ. राजीव अग्रवाल के सहयोग से हुई है।