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Rahul अमेठी से ही लड़ेंगे चुनाव
भारतीय जनता पार्टी भले ही लाख कोशिश कर ले। कांग्रेस उपाध्यक्ष Rahul Gandhi अपना चुनाव क्षेत्र अमेठी छोड़ने के मूड में नहीं है। पिछले काफी दिनों से यह चर्चा आम है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष अगला लोकसभा चुनाव अमेठी से नहीं लड़ेंगे। सूत्रों के अनुसार वो अपनी दादी व मां की तरह दक्षिण भारत की किसी सीट से चुनाव लड़ सकते हैं। लेकिन गांधी परिवार की पारंपरिक सीट अमेठी को छोड़ने का उनका कोई इरादा नहीं है।
देश और उत्तर प्रदेश के राजनीतिक गलियारों में पिछले काफी समय से ऐसी चर्चाएं है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष Rahul Gandhi अपना चुनाव क्षेत्र बदलेंगे। लेकिन राहुल के करीबी नेताओं ने इन तमाम चर्चाओं और अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया है। इन नेताओं के अनुसार राहुल अमेठी से लड़ेंगे और अगर जरूरी लगा तो दक्षिण भारत की किसी सीट से भी चुनाव लड़ सकते हैं।
राजनीतिक गलियारों में इस बात की चर्चा थी कि Rahul अमेठी छोड़ कर रायबरेली से लड़ेंगे और अमेठी सीट से प्रियंका गांधी लड़ेंगी। यह खबर आधा सच है। कांग्रेस के जानकार नेता बात रहे हैं कि प्रियंका अपनी मां की रायबरेली सीट से लड़ेंगी और राहुल अमेठी से।
Rahul के अमेठी नहीं छोड़ने और प्रियंका के उस सीट से नहीं लड़ने का दावा करने वाले कांग्रेस के सूत्रों का कहना है कि अमेठी सीट से भाजपा फिर स्मृति ईरानी को लड़ाएगी। अगर राहुल को वहां से हटा कर कांग्रेस प्रियंका को लाती है तो वे जीत जरूर जाएंगी, लेकिन कांग्रेस का तुरूप का पत्ता पीट जाएगा। प्रियंका फिर स्मृति ईरानी के बराबर की नेता बन जाएंगी और इसके साथ ही राहुल के इससे भी नीचे का नेता होने का मैसेज जाएगा।
ऐसे में भारतीय जनता पार्टी यह प्रचार करेगी कि स्मृति ईरानी के डर से राहुल ने सीट छोड़ दी और स्मृति से निपटने के लिए कांग्रेस को अपनी नई इंदिरा गांधी यानी प्रियंका को उतारना पड़ा। इसलिए राहुल की सीट बदलने और अमेठी से प्रियंका को लड़ाने का कांग्रेस को दोहरा नुकसान होगा। सो, कहा जा रहा है कि राहुल अमेठी के साथ साथ दक्षिण भारत की भी एक सीट से चुनाव लड़ सकते हैं।
राजनीतिक विशलेषकों का कहना है कि राहुल के गुजरात दौरे से भाजपा में बेचैनी का माहौल है। अगर राहुल गांधी की सक्रियता यूं ही बरकरार रही तो वो भाजपा के लिये मुसीबत बन सकते हैं। बता दें कि बीती 10 अक्टूबर को राहुल गंाधी को उनके चुनाव क्षेत्र अमेठी में घेरने के लिये भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व केंद्रीय मंत्री एवं अमेठी से पूर्व प्रत्याशी स्मृति ईरानी ने कई कार्यक्रमों में शिरकत की। असल में भाजपा राहुल गांधी को वाक ओवर देने के मूड में नहीं है।
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