
लखनऊ में कूड़े से बिजली बनाएगा नगर निगम, 2 महीने में बनकर तैयार हो जाएगा वेस्ट टू एनर्जी प्लांट
राजधानी के भरवारा में वेस्ट टू एनर्जी प्लांट लगाकर बेकार कूड़े से बिजली बनाई जाएगी। पोर्टेबल कॉम्पैक्टर ट्रांसफर स्टेशन (पीसीटीएस) लगाए जाएंगे। प्लांट लगाने का काम दो महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके अलावा इंदौर की तर्ज पर लखनऊ में घरों से सूखा और गीला कूड़ा अलग-अलग लिया जाएगा। इसके लिए लोगों को जागरूक किया जाएगा। ये जानकारी बुधवार को महापौर सुषमा खर्कवाल ने पत्रकारवार्ता में दी।
नगर निगम मुख्यालय के राजकुमार हॉल में आयोजित प्रेस वार्ता में महापौर ने बताया कि हरियाणा के मानेसर में 3-4 जुलाई को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स की ओर से राष्ट्रीय शहरी स्थानीय निकाय अध्यक्ष सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें उन्होंने लखनऊ नगर निगम का प्रतिनिधित्व किया।
महापौर ने बताया कि सम्मेलन में लखनऊ नगर निगम के शिवरी कूड़ा निस्तारण प्लांट, सीएंडडी प्लांट, मनोरथा गोशाला आदि कार्यों का मॉडल प्रदर्शित किए गए। अन्य शहरों की ओर से रखे गए प्रोजेक्ट से नई चीजें भी सीखने को मिलीं। प्रेस वार्ता में नगर आयुक्त गौरव कुमार, अपर नगर आयुक्त ललित कुमार, मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह, पार्षद रजनी गुप्ता, रणजीत सिंह और नगर निगम के अधिकारी उपस्थित रहे।
कचरा बीनने वालों को बनाया जाएगा आत्मनिर्भर
अपर नगर आयुक्त ललित कुमार ने बताया कि पुणे मॉडल के तहत कचरा बीनने वालों को सहकारी समिति का हिस्सा बनाकर आत्मनिर्भर बनाया जाएगा। इसके लिए योजना तैयार की जाएगी। कूड़ा बीनने वालों को नगर निगम की गाड़ियों के साथ लगाया जाएगा। इससे काम के कूड़े को अलग करके नगर निगम कमाई करेगा। उन्होंने बताया कि इंदौर मॉडल से प्रेरणा लेते हुए लखनऊ नगर निगम ट्रीट वाटर देने की दिशा में काम करेगा। जिससे पर्यावरण संरक्षण के साथ राजस्व में भी वृद्धि होगी।
शहर के प्रमुख स्थलों से पर्यटकों को मिलेंगी साइकिल
महापौर ने बताया कि राजधानी के प्रमुख पर्यटन स्थलों तक आने-जाने के लिए पर्यटकों को प्रमुख स्थलों से साइकिल उपलब्ध कराई जाएगी। इसके लिए नगर निगम जगह चिन्हित करेगा। जल्द ही इस दिशा में कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि सड़क पर बेतरतीबी से खड़े होने वाले वाहनों काे जल्द क्रेन से उठाने की व्यवस्था शुरू की जाएगी।
सांसद व रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के जन्मदिन पर 10 जुलाई को नगर निगम सुबह 6 से 8 बजे तक विशेष स्वच्छता अभियान चलाएगा। इसके अलावा सप्ताह में एक दिन एक जोन में अभियान चलाया जाएगा। अपर नगर आयुक्त और मुख्य कर निर्धारण अधिकारियों को जोन और , जोनल अधिकारी व निरीक्षकों को वार्ड में सफाई कराने की जिम्मेदारी दी जाएगी।