
पदक विजेताओं पर होगी धनवर्षा, सीएम मान बोले- 10 दिन में किया जाएगा सम्मानित
एशियाई खेलों में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को चीन से वापसी के 10 दिन के अंदर नकद इनाम और अन्य लाभ देकर सम्मानित किया जाएगा। यह बात सोमवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कही। वह एग्जीक्यूटिव कोचों को सम्मानित करने के बाद समागम को संबोधित कर रहे थे।
सोमवार को मुख्यमंत्री मान ने कहा कि गत सरकारों ने पदक विजेता खिलाड़ियों के सम्मान की कभी परवाह नहीं की लेकिन हमारी सरकार इस कार्य को पूरी प्राथमिकता देगी। एक खिलाड़ी के जीवन में कोच की निर्णायक भूमिका की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए खिलाड़ियों को तैयार करने में कोच की भूमिका अहम होती है। कोच की मेहनत और खिलाड़ियों में भरे आत्मविश्वास से वह मैदान में उपलब्धियां हासिल करते हैं।
भगवंत मान ने कहा कि यह कोई राजनीतिक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य खिलाड़ियों के कॅरिअर में दिए गए बेमिसाल योगदान के लिए प्रशिक्षकों का सम्मान करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब के पास बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं, जिन्होंने हाल ही में एशियाई खेलों में अपनी काबिलियत का लोहा मनवाया है। इन खेलों में पंजाब के खिलाड़ियों ने कई पदक जीते हैं। इसका सेहरा एक तरफ खिलाड़ियों के समर्पण को जाता है, दूसरी तरफ कोचों द्वारा निभाई गई अग्रणी भूमिका से भी इन्कार नहीं किया जा सकता। भगवंत मान ने एशियाई खेलों में खेल भावना के शानदार प्रदर्शन के लिए इन खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों को मुबारकबाद दी।
पदक विजेताओं को एक करोड़ से 50 लाख तक इनाम
एशियाई खेलों में पंजाब के खिलाड़ियों ने 72 साल का रिकॉर्ड तोड़कर अब तक का सबसे बेहतर प्रदर्शन किया है। मुकाबले में सूबे के खिलाड़ियों ने आठ स्वर्ण, छह रजत और पांच कांस्य पदकों के साथ कुल 19 पदक जीते हैं। सरकार इन मुकाबलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले खिलाड़ी को एक करोड़, रजत जीतने वाले खिलाड़ियों को 75 लाख और कांस्य विजेताओं को 50 लाख रुपये देगी।
2.89 लोगों को निजी क्षेत्रों में दी नौकरियां
सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब सरकार राज्य में नशे के खात्मे की कोशिश में जुटी है और खेलों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। राज्य सरकार खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। यह बहुत गर्व और संतुष्टि की बात है कि उनकी सरकार ने 12000 से अधिक अध्यापकों की सेवाएं नियमित की हैं और एग्जीक्यूटिव कोचों के वेतन में वृद्धि करके इसको दोगुना कर दिया है। सरकार ने अब तक 37000 से अधिक नौजवानों को सरकारी नौकरियां दी हैं। प्राइवेट सेक्टर में 2.89 लाख और नौकरियां दी जाएंगी।