निर्माणाधीन जयपुरिया क्रासिंग और दादा नगर समानांतर पुल पर रेलवे ने अपने हिस्से का काम पूरा कर दिया है। सेतु निगम अब रेलवे के गार्टर को पुल से जोड़ने और रैंप बनाने का काम कर रहा है। अधिकारियों का दावा है कि दोनों निमार्णाधीन पुलों का कार्य जून माह के अंत तक पूरा हो जाएगा। जुलाई में यह लोगों के लिए खोल दिया जाएगा।
जयपुरिया क्रासिंग से हर 30 से 20 मिनट में ट्रेने गुजरती है, ऐसे में फाटक बंद होने से दोनों ओर दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। इसलिए जयपुरिया क्रासिंग पर 65 करोड़ रुपये से 800 मीटर लंबे और 7.50 मीटर चौड़े पुल का निर्माण किया जा रहा है। पुल पर रेलवे ने अपने हिस्से में गार्टर रखने समेत अन्य जरूरी कार्य पूरे कर लिये है।
इसी तरह दक्षिण क्षेत्र से लोगों को शहर आने में दिक्कत और जाम से न जूझना पड़े, इसलिए दादा नगर पुल के समानांतर 728.70 मीटर लंबे और 7.50 मीटर चौड़े पुल का निर्माण किया जा रहा है, जिसकी लागत करीब 60 करोड रुपये है।
इस निर्माणाधीन पुल पर भी रेलवे ने अपने हिस्से में गार्टर रखने समेत अन्य जरूरी कार्य पूरा कर लिया है। सेतु निगम के अधिकारियों के मुताबिक दोनों पुल पर लगभग 90 प्रतिशत तक का कार्य पूरा हो गया है। अब रैंप बनाने का कार्य आखिरी चरण में है। सेतु निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक विजय कुमार सेन के मुताबिक जून माह के अंत तक दोनों पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा। जुलाई माह में जयपुरिया और दादा नगर पुल के समानांतर पुल पर वाहनों का संचालन शुरू हो जाएगा।
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