काराकस। वेनेजुएला में पिछले हफ्ते संपन्न राष्ट्रपति चुनाव के नतीजों में धांधली के आरोपों के बाद देश में विरोधियों की बढ़ती गिरफ्तारियों पर रविवार को दुनिया के कई देशों ने चिंता जताई।
पोप फ्रांसिस ने वेटिकन में अपने पारंपरिक संबोधन में कहा कि वेनेजुएला एक गंभीर स्थिति का सामना कर रहा है और मैं सभी पक्षों से सच सामने लाने तथा सभी प्रकार की हिंसा से बचने का आह्वान करता हूं।
वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो ने शनिवार को कहा था कि सरकार ने दो हजार से अधिक विरोधियों को गिरफ्तार किया है। राजधानी काराकस में आयोजित एक रैली में मादुरो ने और अधिक लोगों को हिरासत में लेने तथा उन्हें जेल भेजने का संकल्प लिया था।
अमेरिका के उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जॉन फाइनर ने रविवार को कहा कि बाइडेन प्रशासन गिरफ्तारियों से देश में बड़े पैमाने पर अशांति फैलने की आशंकाओं को लेकर चिंतित है। उन्होंने कहा, “अगर गिरफ्तारियां जारी रहीं, तो हम अस्थिरता की आशंकाओं को लेकर चिंतित हैं
फ्रांस, स्पेन, जर्मनी और इटली सहित कई यूरोपीय देशों के नेताओं ने एक बयान में कहा, ‘‘इस प्रक्रिया के दौरान सभी वेनेजुएला वासियों, विशेष रूप से राजनीतिक नेताओं के अधिकारों का सम्मान किया जाना चाहिए। हम उन्हें गिरफ्तार करने या डराने-धमकाने के किसी भी प्रयास की कड़ी निंदा करते हैं।’’
अधिकारियों ने पिछले सप्ताहांत हुए राष्ट्रपति चुनाव में निवर्तमान राष्ट्रपति निकोलस मादुरो को विजेता घोषित किया था, लेकिन नतीजों की पुष्टि के लिए मतगणना के आंकड़े नहीं जारी किए। वहीं, विपक्ष ने दावा किया है कि उसके पास मतगणना से जुड़े आंकड़े हैं, जो दिखाते हैं कि राष्ट्रपति चुनाव में विपक्षी उम्मीदवार की जीत हुई है।
‘एसोसिएटेड प्रेस’ ने शुक्रवार को विपक्षी गठबंधन द्वारा जारी मतगणना के आंकड़ों का विश्लेषण किया, जिससे विपक्षी उम्मीदवार एडमंडो गोंजालेज घोषित नतीजों से कई अधिक वोट हासिल होने की बात सामने आई है। इससे मादुरो की जीत की आधिकारिक घोषणा पर संदेह पैदा हो गया है।
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