
मुख्यमंत्री ने जनपद कुशीनगर के छितौनी तटबन्ध के पुनर्स्थापना कार्यों का निरीक्षण किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज जनपद कुशीनगर के छितौनी तटबन्ध के 7.8 कि0मी0 पर निर्मित स्पर के पुनर्स्थापना कार्यों का निरीक्षण किया। उन्होंने प्राथमिक विद्यालय तुर्कहा परिसर में बाढ़ प्रभावित लोगों से भेंट की तथा बाढ़ राहत सामग्री का वितरण किया।
मुख्यमंत्री ने इस दौरान क्षतिग्रस्त फसलों के दृष्टिगत अनुदान सहायता धनराशि के चेक, विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र, विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने विगत 07 वर्षों में बाढ़ बचाव के विभिन्न कार्य किए, जिसके कारण बड़े पैमाने पर जन-धन की हानि को रोकने में मदद मिली है। पिछले 07 वर्षों में जनपद कुशीनगर में नारायणी नदी, गण्डक नदी व अन्य सहायक नदियों पर
बाढ़ बचाव के लिए लगभग 600 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च की गयी है। बाढ़ से बचाव के विभिन्न प्रबन्ध करने का ही परिणाम है कि जनपद में 03 लाख से अधिक आबादी और हजारों हेक्टेयर कृषि भूमि सुरक्षित हुई है। राज्य सरकार के प्रयासों का परिणाम है कि लोग यहां पर सुरक्षित व निश्चिंत हैं। इसी प्रकार बाढ़ बचाव के विभिन्न कार्य अन्य जनपदों में भी हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत 07 से 09 जुलाई के बीच जब नेपाल में भारी बारिश हुई थी, तब गण्डक नदी और नारायणी नदी में लगभग 4.5 लाख क्यूसेक पानी प्रवाहित हुआ था। जबकि सामान्यतः पानी 12 से 20 हजार क्यूसेक ही रहता है। इतना भारी मात्रा में पानी प्रवाहित होने के बावजूद यहां के तटबन्ध सुरक्षित हैं,
जो यह दिखाता है कि कार्य गुणवत्तापूर्ण हुए हैं। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों ने उस पार के गांवों के बारे में चिंता व्यक्त की है कि नारायणी नदी पर एक पक्का पुल बनना चाहिए। उस पार के गांवों में शिवपुर, नारायणपुरा, मरचहवा, हरिहरपुर और महराजगंज के सोहागी बरवा के 05 से 07 गांव हैं, जिनमें 15-20 हजार आबादी निवास करती है।



