जन संसदसत्ता पक्ष
ADC से राजभवन की प्रतिमा बनती है-राज्यपाल
उन्होंने राजभवन के समस्त लोगों से सुझाव मांगते हुए कहा है कि उनके उपयुक्त सुझावों को समाविष्ट करके यह संकलन राष्ट्रपति व अन्य राजभवनों को भी भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि मैनुअल निश्चित रूप से समय-समय पर एडीसी के कार्यों के निर्वहन में उपयोगी सिद्ध होगा।
राज्यपाल ने चुटकी लेते हुए कहा कि आम तौर से परिसहाय राज्यपाल के पीछे खड़े होते है और कभी-कभी उनका छायाचित्र भी समाचार पत्रों में आ जाता है। आमतौर से वे बोलते नहीं हैं। आज राजभवन में परिसहायों को अपने विचार व्यक्त करते हुए भी सुना।
उन्होंने कहा कि राजभवन में लिखने की प्रगति देखने को मिलती है। यहाँ आकर उन्होंने भी पुस्तक ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ लिखी है जो अब तक पांच भाषाओं में प्रकाशित हो चुकी है।
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