विपक्ष ने भी माना कि नेतृत्व परिवर्तन का कोई फायदा नहीं
देहरादून— उत्तराखंड में चल रहे सियासी घमासान के बीच विपक्ष ने भाजपा पर निशाना साधा। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह का कहना है कि नेतृत्व परिवर्तन को लेकर जिस तरह के कयास सामने आ रहे हैं, उसे देखकर लगता है कि कभी भी कुछ भी हो सकता है। उन्होंने कहा कि अब नेतृत्व परिवर्तन से भी बात बनने वाली नहीं है।
क्योंकि 4 साल की भाजपा सरकार ने लगातार जन विरोधी निर्णय लिए हैं। इससे अब आने वाला व्यक्ति भी नहीं बच पाएगा। इसका मतलब कि त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ही बने रहने दिया जाए। प्रीतम सिंह ने भराड़ीसैंण में बजट सत्र के दौरान कोर कमेटी की बैठक का भी जिक्र करते हुए कहा कि बजट सत्र के दौरान बड़ा अजीब वातावरण बना।
जहां बजट सत्र 10 मार्च तक चलना था, उसे सरकार ने एक ही दिन में पूरा कर दिया। जबकि विपक्ष यह नहीं समझ पाया कि बजट सत्र के बीच कोर कमेटी की बैठक क्यों बुलाई गई है। उस बैठक में तमाम मंत्रियों और विधायकों को हेलीकॉप्टर के माध्यम से देहरादून बुलाया गया।
ये दर्शाता है कि सरकार की कार्यप्रणाली से भाजपा में आम सहमति नहीं है। ऐसे में पूरे उत्तराखंड के लोग भाजपा के चाल चरित्र और चेहरे को पहचान चुके हैं। अब जनता 2022 का इंतजार कर रही है। सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत दिल्ली पहुंचे, कहा-रूटीन दौरा।
वहीं मामले पर नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश ने कहा कि 2 दिन पहले देहरादून में भाजपा के केंद्रीय पर्यवेक्षकों का दौरा नेतृत्व परिवर्तन को लेकर था। मगर ये भाजपा का अंदरूनी मामला है। इस मामले से कांग्रेस का कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा आज सीएम दिल्ली गए हैं। अब उनके दिल्ली से लौटने के बाद ही कुछ पता चल पाएगा की नेतृत्व परिवर्तन को लेकर क्या स्थिति है।



