
राज्यपाल की अध्यक्षता में महाराष्ट्र राज्य का स्थापना दिवस समारोह सम्पन्न
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल आज मराठी समाज, उत्तर प्रदेश द्वारा महाराष्ट्र राज्य के स्थापना दिवस के अवसर पर भातखण्डे संस्कृति विश्वविद्यालय, लखनऊ में आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुईं। इस अवसर पर राज्यपाल जी ने महाराष्ट्र और गुजरात दिवस कीबधाई देते हुए कहा कि स्थापना दिवस जैसे आयोजनों से आने वाली पीढ़ियों को अपनी सांस्कृतिक विरासत को जानने एवं समझने का अवसर मिलता है।
साथ ही अपनी संस्कृति को संरक्षित एवं सुरक्षित रखने की प्रेरणा भी मिलती है। उन्होंने कहा कि युवा अपने पूर्वजों के योगदान को ध्यान में रखते हुए गौरवशाली इतिहास को संजोने और प्रगति की नई ऊंचाइयों को छूने के लिए संकल्पित भाव से कार्य करें।
राज्यपाल ने कहा कि महाराष्ट्र और गुजरात राज्य के अलग होने से प्रत्येक क्षेत्र में विकास हुआ और उसका लाभ वहां के आमजन को प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि प्रत्येक राज्य को अपना स्थापना दिवस मनाना चाहिए और युवाओं को राज्य के अलग होने से पहले की समस्याओं को बताना चाहिए।
राज्यपाल जी ने कहा कि मराठी समाज का उत्तर प्रदेश से बड़ा करीब का रिश्ता रहा है। महाराष्ट्र के अनेक महापुरूषों ने उत्तर प्रदेश को अपनी कर्म स्थली बनाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में आने के बाद मराठा समाज के लोग कुछ ऐसे रचे-बसे कि वे यहीं के हो गये। उन्होंने उत्तर प्रदेश की संस्कृति को अपनाने के साथ ही अपनी संस्कृति को भी जीवन्त बनाये रखा।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे देश में भौगोलिक और प्राकृतिक विविधता से सम्पन्न प्रत्येक राज्य की अपनी विशेषता है। भारत भूमि हर राज्य को आपस में जोड़ती है और हमारी विलक्षण संस्कृति हम सबको एक सूत्र में बांधती है। उन्होंने कहा कि जब अलग-अलग स्थानों के लोग, एक सूत्र से जुड़ते हैं तो देश ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के रूप में जागृत होता है। नये भारत को अपनी संस्कृति पर गर्व और सामर्थ्य पर भरोसा है। नये भारत में विरासत भी है और विकास भी है।
राज्यपाल ने कहा कि बच्चों को भिक्षावृति से मुक्त कराना बहुत ही पुनीत कार्य है। बच्चों को शिक्षित करना और उनको आगे बढ़ाना समाज का दायित्व है। शिक्षा के लिए जो भी जरूरत हो करना चाहिए। उन्होंने कहा कि शुरूआत छोटे से काम से होती है। यदि हम थोड़ा सा प्रयास करें तो किसी बच्चे के जीवन में सुधार आ सकता है। राज्यपाल जी ने उम्मीद संस्था के प्रयास से भिक्षावृति से विमुख बच्चों को कपड़े, कॉपी व पेन्सिल बॉक्स आदि वितरित किये।
कार्यक्रम में कलाकारों द्वारा महाराष्ट्र गीत की प्रस्तुति की गयी।
इस अवसर पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के मा0 न्यायमूर्ति श्री राजीव सिंह, अपर मुख्य सचिव, आवास श्री नितिन रमेश गोकर्ण, अपर आयुक्त सीमा शुल्क एवं जी0एस0टी श्री सचिन सावंत, सी0बी0सी0आई0डी0 के पुलिस महानिरीक्षक श्री राजेश डी0 मोडक, पुलिस महानिदेशक प्रशिक्षण डॉ0 संजय एम0 तरडे, सी0ई0ओ0 लखनऊ कैंट श्री विलास पवार, मराठी समाज उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष श्री उमेश कुमार पाटिल सहित अन्य लोग भी उपस्थित थे।