
सात अजूबों की हमेशा बात होती है, पर मेरा खाटू वाला श्याम बना दुनिया का सबसे बड़ा अजूबा
!! लखदातार की जय !!
!! खाटू नरेश की जय !!
!! हारे के सहारे की जय !!
!! शीश के दानी की जय !!
!! तीन बाण धारी की जय !!
!! म्हारा श्यामधणी की जय !!
!! मोरवीनंदन बाबा श्याम की जय !!
राजस्थान के सीकर जिले के पास एक कस्बे में बना खाटू श्याम का मंदिर विश्व विख्यात है। कुछ वर्ष पहले तक आगरा समेत तमाम जगहों के भक्तों को श्याम बाबा के दर्शन के लिए राजस्थान जाना पड़ता था। इस कारण भगवान के भक्तों ने आगरा में खाटू श्याम का मंदिर बनवाने का निश्चय किया। मंदिर की नींव वर्ष 2012 में रखी गई थी और अब ये बनकर तैयार हो गया है। 21 फरवरी 2018 से खाटू श्याम महाराज का मंदिर सभी भक्तों के लिए खोल दिया गया है। पहले देश विदेश से आगरा आने वाले लोग ताज महल का दीदार अवश्य करते थे, लेकिन अब आगरा पहुंचने वाले लोग खाटू श्याम मंदिर में मेरे श्याम बाबा के दर्शन करके अपने आपको धन्य पाते हैं। विशेष पर्वों पर इस मंदिर में ताज महल से भी ज्यादा भीड़ उमड़ने लगी है। जिसकी पुष्टि मीडिया ने भी की है।
https://dainik-b.in/4XvLbiJcewb
आगरा के इस भव्य मंदिर की विशेषताएं :
1200 गज में बना है मंदिर
आगरा का खाटू श्याम मंदिर 1200 गज में तैयार किया गया है। इसमें राजस्थान के गुलाबी पत्थरों का प्रयोग किया गया है। अक्षरधाम और वृंदावन के विश्व प्रसिद्ध प्रेम मंदिर के शिल्पकारों समेत करीब 300 कारीगरों ने इसे राजस्थानी शैली में तैयार किया है।
https://www.instagram.com/reel/Cw6rE9JpeBB/?igshid=MzRlODBiNWFlZA==
तीन फ्लोर का मंदिर
तीन फ्लोर में तैयार खाटू श्याम मंदिर में बेसमेंट में गाड़ियों की पार्किंग के साथ ही भंडारे में आने वाले भक्तों को भोजन कराने की व्यवस्था है । ग्राउंड फ्लोर पर पर खाटू श्याम महाराज के दर्शन होंगे। दिर के दोनों ओर भगवान गणेश और हनुमान मंदिर बनवाए गए हैं। ग्राउंड फ्लोर पर विशाल सत्संग हाल बनवाया गया है। उपर के फ्लोर पर जाने के लिए लिफ्ट की व्यवस्था की गई है । वहीं खाटू श्याम महाराज का भव्य सिंहासन 100 किलो चांदी से तैयार हुआ है।
https://maps.app.goo.gl/BAdU6vfUAtzusFDs6
250 किलोमीटर के दायरे में नहीं है कोई अन्य मंदिर
मंदिर के ट्रस्टीयों ने मीडिया को बताया कि आगरा के 250 किलोमीटर के दायरे में भगवान खाटू श्याम का कोई अन्य मंदिर नहीं है। इसलिए हमने इसका निर्माण आगरा में कराया है ताकि भक्तों को भगवान का आर्शीवाद पाने के लिए बार बार दूर नहीं जाना पड़े।
https://youtu.be/2w5pg4pGxiE?si=YKMndIRI7wd_FON1
स्कंद पुराण और भारत सार ग्रंथ के मुताबिक खाटू श्याम गदाधारी भीम के पुत्र घटोत्कच्छ और नाग कन्या मौरवी के पुत्र हैं। उन्हें राजा बर्बरीक नाम से जाना जाता था। अत्यंत बलशाली बर्बरीक ने महाभारत के दौरान कमजोर पक्ष का साथ देने का अपनी मां को वचन दिया था। भगवान श्री कृष्ण जानते थे कि यदि राजा बर्बरीक कौरवों की तरफ चले गए तो पांडव हार जाएंगे। लिहाजा उन्होंने ब्राह्मण का भेष धारण कर राजा बर्बरीक से दान में उनका शीश मांग लिया था।
दान में शीश मांगने पर बर्बरीक समझ गए कि ये साधारण ब्राह्मण नहीं बल्कि कोई और है। उन्होंने ब्राह्मण से असली रूप में आने के लिए कहा। तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें दर्शन दिए। इसके बाद राजा बर्बरीक ने खुशी खुशी अपना शीश दान कर दिया। राजा बर्बरीक के महान बलिदान से भगवान कृष्ण काफ़ी प्रसन्न हुए और उन्हें वरदान दिया कि जैसे-जैसे कलियुग का अवतरण होगा, तुम श्याम के नाम से पूजे जाओगे। तुम्हारे भक्तों का केवल तुम्हारे नाम का सच्चे दिल से उच्चारण मात्र से ही उद्धार होगा। यदि वे तुम्हारी सच्चे मन और प्रेम-भाव से पूजा करेंगे तो उनकी सभी मनोकामना पूर्ण होगी और सभी कार्य सफ़ल होंगे।
https://youtu.be/WG2jhwvMhF8?si=zK0NAGM9LZZfGc6D
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक January 01,2023 नए वर्ष की पहली सुबह आगरा जीवनी मंडी स्थित मंदिर में भगवान खाटू श्याम के दर्शन के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। नए साल के पहले दिन खाटू श्याम का आशीर्वाद लेने हजारों की संख्या में लोग पहुंचे। मंदिर परिसर में सुबह पहले लाइन लगाकर दर्शन-पूजन कराने के प्रयास किए गए, लेकिन बेशुमार भीड़ के चलते यह नियम टूट गया और भीड़ के रूप में लोग मंदिर में प्रवेश करने लगे।
मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ने से यमुना किनारा मार्ग जाम हो गया। जीवनी मंडी, बेलनगंज और वाटरवर्क्स की तरह आने वाले वाहनों की कतार लग गई। मौके पर मौजूद पुलिस यातायात व्यवस्था को सुचारू करने का प्रयास करने में जुटी थी। हालांकि पास में जीवनी मंडी पुलिस चौकी है, लेकिन भीड़ को देखकर पुलिस भी हैरान दिखी। उस समय दर्शन करने आए श्रद्धालुओं ने मीडिया को बताया कि उन्हें नहीं पता था कि इतनी भीड़ उमड़ेगी।
नववर्ष पर खाटू श्याम मंदिर में श्रीश्याम सेवक परिवार द्वारा छप्पन भोग का प्रसाद अर्पित किया गया व फूल बंगले का निर्माण गया। मेवाओं की 101 मालाओं से हुआ खाटू नरेश का अलौकिक श्रृंगार किया गया। नए साल में खाटू नरेश के दर्शन को प्रातः मंगला आरती के समय से ही श्रद्धालुओं की कतार लगना शुरू हो गईं। हर तरफ खाटू नरेश के जयकारे गुंजायमान थे। सतरंगी फूलों का बंगला और मेवों की मालाओं से श्रृंगारित श्याम बाबा के दर्शन कर हर भक्त भक्ति के रंग में डूबे नजर आए।
यह मेरे खाटू वाले श्याम का अजूबा नहीं तो क्या है। याद रखें कि एक दिन मेरे खाटू वाले श्याम की कृपा की ऐसी बरसात होगी कि दुनिया के हर देश में, हर कोने में श्याम बाबा के मन्दिर दिखाई देंगे।
फोटो सोर्स : सोशल मीडिया , इंस्टाग्राम
‘हर हारे का सहारा खाटू श्याम हमारा।’
श्याम प्यारे की जय ………
बोल खाटू नरेश की जय ……
हारे के सहारे की जय …….
लखदातार की जय ……….
तीन बाण धारी की जय ……..
शीश के दानी की जय ………
बोल श्याम सरकार की जय



