
राज्यपाल जी ने समारोह में विद्यार्थियों को कुल 58,161 उपाधियां प्रदान कीं
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदी बेन पटेल की अध्यक्षता में आज सिद्धार्थ विश्वविद्यालय, कपिलवस्तु, सिद्धार्थनगर का 8वां दीक्षान्त समारोह सम्पन्न हुआ। राज्यपाल जी ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को कुल 58,161 उपाधियां प्रदान की, जिसमें 36 कुलाधिपति स्वर्ण पदक, 09 डोनर स्वर्ण पकद और 30 पी0एच0डी0 उपाधियाँ थी। इसके साथ ही सभी उपाधियों और 187108 अंक-पत्रों को डिजीलॉकर में भी अपलोड किया।
दीक्षांत समारोह में राज्यपाल ने छात्र-छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। उन्होंने मेडल से वंचित रह जाने वाले विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि निरंतर प्रयास जीवन में चलता रहना चाहिए। कुछ अंक कम प्राप्त होने से हार नहीं होती है। उपाधि एवं मेडल प्राप्त करने में छात्राओं की संख्या अत्यधिक होने पर उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की तथा छात्रों को भी आगे बढ़ने के लिए उत्साहवर्द्धन किया। उन्होंने कहा कि सभी मिलकर राष्ट्र की उन्नति में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।
इस अवसर पर विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि माता-पिता की प्रेरणा और मेहनत की वजह से आज वे इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं। अतः कभी भी अपने माता-पिता का अनादर नहीं करना चाहिए। राज्यपाल जी ने विश्वविद्यालय को अगले 10 साल में विश्वविद्यालय को आगे बढ़ाने के लिए किए जाने वाले कार्यक्रमों की सूची बनाकर उसी के अनुरूप निरंतर प्रयास करने का निर्देश दिया।
उन्होंने सम्पूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय, वाराणसी में संरक्षित दुर्लभ पाण्डुलिपियों का जिक्र करते हुए कहा कि ये पाण्डुलिपियाँ हमारे देश की धरोहर हैं। भारत सरकार द्वारा इन पाण्डुलिपियों का संरक्षण किया जा रहा है, जिससे कि हमारी आने वाली पीढ़ियों को भी इसका लाभ प्राप्त हो सके।