देश को बर्बाद कर देगा निजीकरण
इसे महज नसीहत मत समझिए। इसके अंतस में निहित है, बेरोजगारी, महंगाई और बेबसी। इसकी परिणति है पीड़ा, संत्रणा और बेबसी। जो क्षेत्र निजी हाथों में गया उसकी अधोगति तय है। शिक्षा और स्वास्थ्य इसकी नजीर है। निजी संस्थानों से बड़ी-बड़ी डिग्रियां हासिल…