
मरीजों की संख्या 5569 तक पहुंची, स्वास्थ्य विभाग अलर्ट, जानें- लक्षण व बचाव
पंजाब में डेंगू और चिकनगुनिया का डंक गहरा गया है। मंगलवार शाम तक पूरे राज्य में डेंगू के 5569 केस सामने आ चुके हैं जबकि चिकनगुनिया के मरीजों की संख्या 113 हो गई है। हालांकि राहत की बात यह है कि ज्यादा संक्रमितों का इलाज घरों पर चल रहा है। कोई भी मरीज गंभीर नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से सभी जिलों में मलेरिया व डेंगू वार्ड गठित किए गए हैं। जहां पर लोगों की सुविधा के लिए 24 घंटे डॉक्टर तैनात हैं। निजी अस्पतालों में भी इसके इंतजाम किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की निदेशक आदर्श पाल कौर ने बताया कि जिस भी व्यक्ति को लगता है कि वह डेंगू संक्रमित हो सकता है। वह पहल के आधार पर अपने नजदीकी सरकारी अस्पताल जाए। जहां पर डेंगू से जुड़े सारे टेस्ट मुफ्त किए जाते हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक डेंगू के अधिकतर केस पहले होशियारपुर और अमृतसर में आ रहे थे। वहीं, अब ट्रेंड बदल रहा है। मोहाली भी डेंगू कैपिटल बनने की तरफ बढ़ रहा है लेकिन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि डेंगू से बचने के लिए लोगों को खुद जिम्मेदारी निभानी होगी।
उन्हें अपने आसपास के एरिया में साफ पानी नहीं रुकने देना होगा। खासकर जहां पर मल्टी स्टोरी इमारतें और घर हैं वहां लोगों को ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। कोई दिक्कत आने पर विभाग की मेडिकल हेल्पलाइन 104 पर संपर्क किया जा सकता है। यह नंबर 24 घंटे चलता है।
ये हैं डेंगू के लक्षण
तेज सिर दर्द व तेज बुखार, मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द, उल्टियां आना, हालत खराब होने पर नाक, मुंह और मसूड़ों से खून आना शामिल हैं। अगर ऐसे लक्षण दिखते हैं तो पहल के आधार पर सरकारी अस्पताल में संपर्क करना चाहिए। डेंगू का टेस्ट व इलाज सरकारी अस्पतालों में मुफ्त है।
डेंगू से बचने के उपाय
घरों के पास पानी इकट्ठा न होने दें, पानी के बर्तनों व टंकियों को अच्छी तरह से ढक कर रखें। हफ्ते में एक बार कूलर व टंकियों को साफ करके सुखाना, डेंगू फैलाने वाला मच्छर दिन के समय काटता है। इससे बचने के लिए शरीर को पूरी तरह से ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए।