खुले में पड़ी दवा, दूषित न कर दे हवा, तीसरे दिन भी नहीं हो सका दवाओं का निस्तारण
ट्रांसपोर्ट नगर में बिल्डिंग गिरने से खराब हुईं करीब 12 करोड़ की दवाइयों का निस्तारण सोमवार रात तक भी नहीं कराया जा सका। दवाओं के केमिकल की वजह से इलाके में बीमारी फैलने का खतरा बढ़ गया है।
ट्रांसपोर्ट नगर में शनिवार शाम बिल्डिंग ढह गई थी। जिसमें डोलो, मेट्रोजिल आइवी, ग्लूकोज और बाटल जैसे कई प्रकार की दवाएं खराब हो गई हैं। इन दवाओं की कीमत करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है। दवा कारोबारी निखिल अग्रवाल का कहना है
कि उन्होंने कुछ दिनों पहले ही यहां किराए पर गोदाम लेकर दवाइयां स्टोर करवाई थी। बीमा कंपनी में जगह बदलने से सम्बंधित कागजी कार्रवाई पूरी करवाई जा रही थी। कार्रवाई पूरी होने से पहले ही हादसा हो गया। लिहाजा अब क्लेम मिलने में भी संशय है। मलबे में दबने से खराब हुई दवाओं का सोमवार रात तक निस्तारण नहीं कराया जा सका है।
दवाओं के साथ मिल गया है मोबिल ऑयल
जमींदोज बिल्डिंग के भूतल पर मोबिल ऑयल और प्रथम तल पर दवाओं का गोदाम था। हादसे के बाद दवाओं में मोबिल ऑयल भी मिक्स हो गया है।
जानकारों का कहना है इस स्थिति में इन दवाओं के साथ संपर्क में आने वाला बिल्डिंग के मलबे के निस्तारण में सावधानी बरतनी जरूरी है। इसके केमिकल के संपर्क में इंसान या पशु-पक्षी जो भी आएगा। उसके बीमार होने की आशंका अधिक है।
दवा के निस्तारण प्रकरण की जांच चल रही है। जल्द ही नगर निगम के साथ मिलकर सावधानी पूर्वक निस्तारण करा दिया जाएगा।
– बृजेश यादव, असिस्टेंट ड्रग कमिश्नर, लखनऊ
दवा से संबंधित मलबा सुरक्षित निस्तारण के लिए गोमतीनगर स्थित केंद्रीय कार्यशाला के सामने की खाली जगह पर नगर निगम रखेगा। उसके बाद मलबे का निस्तारण कराया जाएगा।
– इंद्रजीत सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम