लखनऊ। प्रचंड गर्मी की चपेट में आये घनी आबादी वाले राज्य उत्तर प्रदेश में जनजीवन अस्तव्यस्त बना हुआ है और व्यवसायिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुयी हैं। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में पारा 44 डिग्री सेल्सियस के ऊपर बना हुआ है।
सड़कों और बाजारों में सुबह दस बजे से शाम चार बजे तक सन्नाटा पसरा रहता है जिससे व्यवसायिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुयी हैं। शाहजहांपुर समेत कुछ स्थानों पर गुरुवार शाम आंधी और बरसात से लोगों को फौरी राहत मिली मगर जल्द ही तापमान में बढोत्तरी का सिलसिला फिर से जोड़ पकड़ने लगा है।
मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे में राज्य के पूर्वी इलाकों में आंधी और ओलावृष्टि के आसार व्यक्त किये है। गर्मी और लू के कारण कई लोगों अकाल मौत का शिकार बन चुके हैं। जानवर और पंक्षी भी गर्मी के कारण दम तोड़ रहे हैं। अस्पतालों में हीट स्ट्रोक समेत अन्य मौसम जनित बीमारियों के मरीजों की संख्या में खासा इजाफा हुआ है। मौसम की मार फसलों और आम के बागानों पर भी पड़ी है।
चिकित्सकों ने सलाह दी है कि गर्मी के मद्देनजर सुबह दस बजे से शाम तीन बजे तक जरुरी काम से ही घर या दफ्तर से निकलें और निकलने से पहले सिर,कान को गमझे या अन्य कपड़े से ढक कर रखें। पेय पदार्थ का जम कर उपयोग करें और तली भुनी बाजारु खाद्य पदार्थो के सेवन से बचें। बीमारी की दशा में चिकित्सीय सलाह से ही दवा का उपयोग करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लू के हालात के मद्देनजर अधिकारियों को हर स्तर पर हो बचाव के पुख्ता प्रबंध किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होने अनावश्यक बिजली कटौती, खराब ट्रांसफार्मर, ट्रिपिंग, फाल्ट आदि समस्याओं का तत्काल निराकरण कराने के निर्देश दिये और हीटवेव (लू) के लक्षणों और उससे बचाव के लिए आमजन को जागरूक किये जाने को कहा।
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