Congress परिमार्जित होकर आ रही है
गुरदासपुर ने कान उमेठ कर पहला सबक सिखाया-कल तुम्हारा है। तवारीख लिखेगा-यह Congress के पुनर्जागरण का दिन। कांग्रेस परिमार्जित होकर आ रही है। जिसने गुण-दोष का लेखा-जोखा खुद किया।
Congress उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने खुले आम कहा-दोष हमारा रहा, हम आत्ममुग्धता के शिकार हो गए थे। हम आमजन से दूर जा बैठे थे। यह स्वीकारना बहुत बड़ी बात होती है।
साल 1978 में श्रीमती गांधी ने यही कहा था- हमसे भूल हुई। क्या हम माफी के हकदार भी नही हैं? आंख नम थी।
जगेसर मिसिर ज्यादा जोर से फक्का मार के रो पड़े थे- नाही बिटिया! गलती सब से होय जात है, कांग्रेस का परिमार्जन फिर हुआ भविष्यवाणी गलत साबित हुई। ‘अब कांग्रेस लौट कर नही आएगी।’ पर आई।
कांग्रेस के प्रखर आलोचक, समाजवादी चिंतक स्वर्गीय मधुलिमये ने लिखा, ‘कांग्रेस के समाप्त होने की भविष्यवाणी बहुत बार हुई लेकिन कांग्रेस मरेगी नहीं। वह भारत की आत्मा है।’ (पुस्तकः राजनीति के अंर्तद्वंद) .
अब आज से हम किसी की आलोचना नही बल्कि कांग्रेस को करना क्या होगा लिखना शुरू करूँगा।
अब आप ये समझ जांए की हम कांग्रेस को कुछ सिखाना शुरू कर रहे हैं, हमारी औकात नही है। समुंदर है कांग्रेस। सुने तो भी भला, न सुने तो भी भला।
चंचल बीएचयू की फेसबुक वाॅल से साभार….
विशेष नोट: कांग्रेस ने गुरदासपुर लोकसभा सीट के उपचुनाव में भाजपा का दो लाख वोटों से पटखनी दी है। कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व लोकसभा स्पीकर बलराम जाखड़ के पुत्र सुनील जाखड़ ने भाजपा उम्मीदवार स्वर्ण सलारिया को लगभग दो लाख के अंतर से हराया। भाजपा ने फिल्म अभिनेता विनोद खन्ना की पत्नी कविता खन्ना की बजाय स्वामी रामदेव के करीबी सलारिया को टिकट देना ज्यादा उचित समझा। नतीजा सामने है। कांग्रेस के लिये यह जीत काफी मायने रखती है। यह उपचुनाव परिणाम हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों से ठीक पहले आया है, इसलिए इसका मनोवैज्ञानिक असर तो प्रचार अभियान के दौरान रहेगा। आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार लेफ्टिनेंट जनरल सुरेश खजूरिया को मिले मात्र 23579 मत बताते हैं कि पार्टी को अपनी दशा-दिशा पर गंभीर चिंतन की जरूरत है।