
मुख्यमंत्री ने जनपद बाराबंकी में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण किया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पं0 दीन दयाल उपाध्याय अन्त्योदय के प्रणेता थे। उनका कहना था कि आर्थिक उन्नति और प्रगति का मापन समाज के ऊंचे पायदान पर खड़े व्यक्ति से नहीं, बल्कि अन्तिम पायदान पर खड़े व्यक्ति से किया जाना चाहिए।
पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने हर हाथ को काम, हर खेत को पानी का उद्घोष किया था। आज गरीब, गांव, किसान, महिलाएं एवं शासन की योजनाओं का लाभ समाज के हर एक तबके तक पहुंचाना सभी राजनीतिक दलों के एजेण्डे का हिस्सा बना है। स्वतंत्र भारत में इनके सबसे बड़े प्रवक्ता पं0 दीन दयाल उपाध्याय थे।
मुख्यमंत्री आज जनपद बाराबंकी के विजय उद्यान में पं0 दीन दयाल उपाध्याय की जयन्ती की पूर्व संध्या पर उनकी प्रतिमा का अनावरण करने के उपरान्त राजकीय इण्टर कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। इससे पूर्व, उन्होंने पं0 दीन दयाल उपाध्याय के जीवन पर आधारित प्रदर्शनी का उद्घाटन कर उसका अवलोकन भी किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वतंत्र भारत में भारतीय राजनीति के एक नये सितारे के रूप में पं0 दीन दयाल उपाध्याय ने पहले राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा उसके बाद जनसंघ के माध्यम से भारतीय राजनीति में प्रवेश किया।
उन्होंने तत्कालीन सामाजिक, आर्थिक और राजनीतिक व्यवस्था के बारे में जो विचार व्यक्त किये थे, उनकी प्रासंगिकता आज भी भारत और वैश्विक समुदाय को देखने को मिल रही है। आज जनपद बाराबंकी के विजय उद्यान में पण्डित जी की जयन्ती के एक दिन पूर्व उनकी भव्य प्रतिमा के लोकार्पण का कार्य सम्पन्न हुआ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पण्डित जी ने सात दशक पहले जो सपने देखे थे, उन्हें साकार करने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में सरकार पूरी प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है।