
मुख्यमंत्री ने विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिग के माध्यम से समीक्षा की
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत प्रदेशस्तरीय बैठक में विकास कार्यों, कानून व्यवस्था और आगामी पर्व-त्योहारों की तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंन्सिग के माध्यम से समीक्षा की तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। बैठक में समस्त अपर पुलिस महानिदेशक (जोन), समस्त पुलिस आयुक्त, पुलिस महानिरीक्षक (रेंज), पुलिस उप महानिरीक्षक (परिक्षेत्र), मण्डलायुक्त, जिलाधिकारियों की सहभागिता रही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बेहतर कानून-व्यवस्था, सतत संवाद और सभी वर्गों से मिल रहे सहयोग का ही परिणाम है, कि हाल के वर्षों में प्रदेश में सभी पर्व-त्योहार शांति और सौहार्दपूर्ण माहौल में सम्पन्न हो रहे हैं। बेहतर टीमवर्क और जनसहयोग का यह क्रम सतत जारी रखा जाए।
आगामी 16 सितम्बर को बरावफात के अतिरिक्त अनन्त चतुदर्शी तक गणेश उत्सव मनाया जाएगा। इसके उपरान्त, पितृ पक्ष प्रारम्भ होगा और 03 अक्टूबर से शारदीय नवरात्र, विजयादशमी का उत्सव है। कानून-व्यवस्था के दृष्टिगत यह समय संवेदनशील है। पुलिस प्रशासन को 24×7 सतर्क-सावधान रहना होगा।
हर पर्व शांति और सौहार्द के साथ सम्पन्न हों। इसके लिए स्थानीय आवश्यकताओं को देखते हुए सभी जरूरी प्रबन्ध किए जाएं। शरारतपूर्ण बयान जारी करने वालों के विरुद्ध जीरो टॉलरेंस की नीति के साथ कड़ाई से पेश आएं। माहौल खराब करने की कोशिश करने वाले अराजक तत्वों के साथ कठोरता बरती जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्व और त्योहार खुशियों का अवसर होते हैं और हर व्यक्ति उल्लास-उमंग और आह्लाद में होता है। शरारती तत्व दूसरे सम्प्रदाय के लोगों को अनावश्यक उत्तेजित करने की कुत्सित कोशिश कर सकते हैं, ऐसे मामलों पर नजर रखें। पिछले अनुभवों के दृष्टिगत सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये जाएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि माताओं, बहनों और बेटियों की सुरक्षा प्रदेश सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इससे किसी भी प्रकार समझौता नहीं किया जा सकता। चेन स्नेचिंग, ईव टीजिंग की छोटी से छोटी सूचना पर तत्काल एक्शन होना चाहिए।