मुख्यमंत्री ने हाॅकी इण्डिया के पदाधिकारियों से संवाद किया
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां अपने सरकारी आवास पर 14वीं हाॅकी इण्डिया कांग्रेस की पूर्व संध्या पर हाॅकी इण्डिया के पदाधिकारियों से संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने हाॅकी इण्डिया के पदाधिकारियों का स्वागत करते हुए कहा कि हॉकी इण्डिया की 14वीं कांग्रेस का उत्तर प्रदेश में आयोजित होना बहुत महत्वपूर्ण है। हर खिलाड़ी पर हमें गर्व की अनुभूति होती है, चाहे वह किसी भी प्रदेश का हो।
खिलाड़ी सर्वप्रथम भारतीय है और वह पूरे देश का प्रतिनिधित्व करता है। हॉकी इण्डिया के पदाधिकारी वैश्विक मानकों के अनुरूप देश के लिए बेहतरीन हॉकी टीम तैयार करें। खिलाड़ियों को बेहतरीन सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
हमें खिलाड़ियों के मन में अपनत्व का भाव पैदा करना होगा। खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के अभियान में राज्य सरकार हॉकी इण्डिया का सहयोग करने के लिए तत्पर है। हॉकी इण्डिया प्रदेश के खेल विभाग के साथ मिलकर विभिन्न जनपदों में हॉकी के लिए स्टेडियम बनाने की सम्भावनाओं पर कार्य करें।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हॉकी भारत का राष्ट्रीय खेल है। इसलिए हर भारतीय के मन में हॉकी के प्रति आत्मीयता है और हॉकी खिलाड़ियों व हॉकी इण्डिया से जुड़े लोगों के प्रति सम्मान का भाव है।
उत्तर प्रदेश भारतीय हॉकी टीम की सबसे ऊर्वरा स्थली रही है। हॉकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द का जन्म उत्तर प्रदेश में ही हुआ था। उनके नेतृत्व में भारत ने ओलम्पिक में 03 मेडल जीते।
प्रदेश सरकार भारत माता के महान सपूत मेजर ध्यानचन्द के नाम पर मेरठ में प्रदेश के पहले खेल विश्वविद्यालय का निर्माण करा रही है। के0डी0 सिंह ‘बाबू’ भारतीय हॉकी टीम के सितारे थे। प्रदेश सरकार नीलाम होने जा रहे के0डी0 सिंह ‘बाबू’ के बाराबंकी स्थित पैतृक आवास को स्मारक व संग्रहालय के रूप में विकसित करने जा रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने टोक्यो ओलम्पिक में पदक विजेता हॉकी टीम सहित अन्य खिलाड़ियों को लखनऊ में सम्मानित व पुरस्कृत किया था। इसी प्रकार टोक्यो पैरालम्पिक में पदक विजेता खिलाड़ियों को मेरठ में सम्मानित व पुरस्कृत किया गया था।
राज्य सरकार ओलम्पिक, कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, विश्व चैम्पियनशिप जैसी अन्तरराष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में अच्छा स्थान प्राप्त करने वाले लगभग 500 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी प्रदान कर चुकी है।