सिर्फ 18 महीने में 36 रुपए महंगा हो गया पेट्रोल, डीजल के भाव ने भी तोड़े सारे रिकॉर्ड
पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम लोगों की टेंशन बढ़ा दी है। हर दिन पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ रहे है। खासतौर पर कोरोना काल में तेल की कीमतों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। मई 2020 की शुरुआत से अब तक पेट्रोल की कीमत 36 रुपए प्रति लीटर तक बढ़ गई है। वहीं, डीजल के दाम में 26.58 रुपये का इजाफा हो चुका है। देश के लगभग सभी शहरों में पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर के पार पहुंच चुका है। वहीं, कुछ शहरों में डीजल भी 100 रुपए प्रति लीटर से ज्यादा के भाव पर बिक रहा है।
मई में बढ़ाया गया था उत्पाद शुल्क दरअसल, मई, 2020 के पहले सप्ताह में सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया था। ये वक्त था जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में 19 डॉलर प्रति बैरल तक की गिरावट आई थी। ऐसे में माना जा रहा था कि इस गिरावट का लाभ आम लोगों को मिलेगा।
हालांकि, सरकार ने इसके उलट उत्पाद शुल्क लगा दिया। इस वजह से उपभोक्ताओं को तात्कालिक तौर पर मामूली राहत मिली थी। वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतें 85 अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गई हैं। बता दें कि पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 32.9 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 31.8 रुपये प्रति लीटर है।
सरकार का ये है तर्क: पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों पर सरकार की ओर से भी बयान आया है। हाल ही में पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पेट्रोल और डीजल पर लिए जा रहे टैक्स की मदद से सरकार कोरोना काल में फ्री वैक्सीन, मुफ्त भोजन और रसोई गैस का इंतजाम कर रही है।
इसके अलावा कई अन्य सरकारी योजनाओं के लिए भी मदद मिलती है। उनसे पूछा गया था कि क्या सरकार उपभोक्ताओं पर बोझ कम करने के लिए टैक्स में कटौती करेगी। जो पेट्रोल की कीमत का 54 प्रतिशत और डीजल की कीमत का 48 प्रतिशत से अधिक है।



