
‘कोविड नियमों का करें पालन’, राष्ट्रपति की गणेश चतुर्थी के मौके पर लोगों से अपील
गणेश चतुर्थी का त्योहार आज से शुरू हो रहा है। इस मौके पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने लोगों को शुभकामनाएं देते हुए कोविड नियमों का पालन करने का अनुरोध किया है। राष्ट्रपति ने ट्वीट करते हुए लिखा गणपति बाप्पा मोरया! गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर सभी देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। मेरी कामना है कि कोविड-19 के विरुद्ध किए जा रहे हमारे प्रयासों को विघ्नहर्ता गणेश सफल बनाएं और सभी को सुख एवं शांति प्रदान करें। आइए, हम सब कोविड-अनुकूल व्यवहार करते हुए यह त्योहार मनाएं।
वहीं पीएम मोदी ने इस मौके पर लिखा। आप सभी को गणेश चतुर्थी की मंगलकामनाएं। यह पावन अवसर हर किसी के जीवन में सुख, शांति, सौभाग्य और आरोग्य लेकर आए। गणपति बाप्पा मोरया! वहीं देश के गृहमंत्री अमित शाह ने देशवासियों को गणेश चतुर्थी की शुभकामनाएं दी।
कोविड के चलते सावधानी बरतने का अनुरोध
10 दिन तक चलने वाला गणेश चतुर्थी उत्सव कोविड -19 प्रतिबंधों और प्रोटोकॉल के बीच कम धूमधाम के साथ मनाया जाएगा। विशेष रूप से महाराष्ट्र में विशेषज्ञों ने सार्वजनिक समारोहों के प्रति सावधानी बरतने का लोगों से आग्रह किया है। पिछले साल भी कोविड -19 महामारी के चलते देश के कई हिस्सों में गणेश चतुर्थी के कार्यक्रमों पर रोक लगा दी है।
मुंबई में लागू की गई है धारा 144
इसी के चलते पुलिस ने गुरुवार को मुंबई में (सीआरपीसी) की धारा 144 के तहत 10 से 19 सितंबर तक कर्फ्यू लगा दिया गया है। जिससे कि सार्वजनिक समारोहों पर रोक लगाई जा सके। मुंबई पुलिस ने कहा है कि एक जगह पर पांच से अधिक लोग इकट्ठा नहीं हो सकते है। गणपति के जुलूस की इजाजत भी नहीं दी जाएगी। मुंबई में भक्तों को भगवान गणेश के दर्शन ऑनलाइन करने होंगे और वे शहर भर के पंडालों में नहीं जा सकते।
यूपी में मूर्ति स्थापित करने पर रोक
वहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने भी लोगों को गणेश चतुर्थी घर पर मनाने और सार्वजनिक स्थानों पर मूर्ति स्थापित नहीं करने की सलाह दी। कर्नाटक सरकार ने गणेश चतुर्थी के लिए दिशा-निर्देश भी जारी किए है। जहां केवल उन जिलों में उत्सव की अनुमति दी गई है। जहां कोविड -19 सकारात्मकता दर 2 प्रतिशत से कम है। तेलंगाना उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी भगवान गणेश की मूर्तियों को हैदराबाद की हुसैनसागर झील में विसर्जित करने की अनुमति न दे।