
जस्टिन ट्रूडो का भारत दौरा क्यों इतना चर्चा का विषय बन गया?
ट्रूडो की भारत यात्रा विफल रही
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की भारत यात्रा विफल रही। उनकी यात्रा को कई उतार-चढ़ाव और विवादों से ग्रस्त किया गया।
विमान की खराबी
ट्रूडो का विमान जी20 शिखर सम्मेलन के बाद भारत से रवाना होने से पहले खराब हो गया। इस वजह से उन्हें 36 घंटे तक भारत में रुकना पड़ा।
भारत सरकार की उपेक्षा
ट्रूडो के विमान की खराबी के अलावा, उन्हें भारत सरकार की ओर से भी उपेक्षा का सामना करना पड़ा। उन्हें जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान अन्य विश्व नेताओं की तरह सम्मान नहीं दिया गया। इसके अलावा, भारत ने द्विपक्षीय वार्ता के लिए ट्रूडो के अनुरोध को भी अस्वीकार कर दिया।
2018 की यादें ताजा
ट्रूडो की भारत यात्रा उनकी 2018 की यात्रा की यादें ताजा करती है, जो एक राजनयिक आपदा बन गई थी। उस यात्रा के दौरान भी ट्रूडो को कई विवादों से जूझना पड़ा था।
निष्कर्ष
ट्रूडो की भारत यात्रा एक बड़ी विफलता रही। उनकी यात्रा को कई उतार-चढ़ाव और विवादों से ग्रस्त किया गया। यह भारत और कनाडा के बीच संबंधों पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।