
मरीजों के इलाज में अल्ट्रासाउंड की भूमिका अहम
गंभीर मरीजों के इलाज में अल्ट्रासाउंड जांच बेहद कारगर साबित हो रही है। महज 20 मिनट में पूरे शरीर की जांच की जा सकती है। अल्ट्रासांउड का इस्तेमाल शरीर के किसी भी अंग की जांच के लिए किया जा सकता है, खास बात यह भी है कि यह जांच बेड साइड यानी मरीज जिस बेड पर भर्ती है वहीं पर पूरी जांच हो सकती है। जिससे समय रहते मरीज का इलाज शुरू हो सकता है, इसका कोई नुकसान भी नहीं है। यह कहना है संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान स्थित एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की डॉ. दिव्या का।
उन्होंने बताया कि इमरजेंसी में आये मरीजों को तत्काल इलाज की जरूरत होती है, जांच कराने में समय अधिक लग सकता है, ऐसे में मरीजों की स्थित देखकर अल्ट्रासाउंड से समस्या को देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि इसके जरिये पेट में ब्लीडिंग, फेफड़ों और हार्ट का इवैल्यूएशन तुरंत और सटीकता के साथ किया जा सकता है। इतना ही नहीं अल्ट्रासाउंड की मदद से मरीज के बीपी में अचानक गिरावट की तुरंत पहचान भी हो सकती है। सर्जरी में भी इसका अहम योगदान है।



