अमेरिका में प्रवेश पाने के लिए शरणार्थी आवेदकों को अपने जीवन की विस्तृत जानकारी देनी होगी। उन्हें अपनी पूर्व की गतिविधियों के साक्ष्य भी पेश करने होंगे। इसके अलावा उनके निजी इलेक्ट्रानिक्स उपकरणों और सोशल मीडिया अकाउंटों को भी खंगाला जाएगा। ग्यारह देशों के लिए बढ़ाए गए सुरक्षा आंकलन की नीति, मुसलमानों को टारगेट करने के लिए नहीं बनाई गई है। अधिकारी ने कहा, ‘इस बैन का धर्म के साथ कुछ भी लेना-देना नहीं है।
Real Donald Trump ने राष्ट्रपति बनने के बाद सभी देशों के अप्रवासियों और शरणार्थियों पर बहुत कठिन रुख अपनाया है। बराक ओबामा ने 2017 के लिए 1,10,000 शरणार्थियों की सीमा तय की थी। जबकि राष्ट्रपति Trump ने एक साल पहले पदभार संभाला था, तो उन्होंने 53,000 की कटौती की। इसके बाद एक बार फिर से 2018 के वित्तीय वर्ष में अधिकतम 45,000 की संख्या सीमित की गई।
माना जा रहा है कि इस साल शरणार्थियों की अमेरिका आने की तुलना पिछले वर्ष के मुकाबले कम हो जायेगी। हालांकि अभी तक यह नहीं बताया गया है कि किस तरह से कठोर जांच से इन ग्यारह उच्च जोखिम वाले देशों के शरणार्थियों को गुजरना होगा।
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