
विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर श्रद्धांजलि सभा का आयोजन
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 14 अगस्त की तिथि हम सभी को अतीत की गलतियों का परिमार्जन करने की नई प्रेरणा देती है। इतिहास के उन दुःखद क्षणों से सबक लेने के लिए भी प्रेरित करती है। इसीलिए आज हर भारतवासी का यह संकल्प होना चाहिए कि व्यक्तिगत, परिवार, जाति, मत, मजहब, क्षेत्र व भाषा का स्वार्थ कभी भी राष्ट्र से ऊपर न हो। चयन में सबसे पहले राष्ट्र होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित एक श्रद्धांजलि सभा में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने विभाजन की त्रासदी से कालकवलित हुए सभी ज्ञात व अज्ञात लोगों को अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित की। एक गलत राजनीतिक निर्णय के कारण विभाजन की त्रासदी से जूझने वाले, बर्बर अत्याचार के शिकार, अपने परिवार व अपनी भूमि को छोड़ने के लिए मजबूर हुए उन सभी को स्मरण करते हुए उन्होंने कहा कि इतिहास को विस्मृत करके कोई भी समाज आगे नहीं बढ़ सकता, अपने उज्ज्वल भविष्य के सपनों को साकार नहीं कर सकता। इतिहास की अप्रिय घटनाओं को विस्मृत करके, इतिहास के उस पाप पर हम लोग पर्दा नहीं डाल सकते, जिससे निहित राजनीतिक स्वार्थाें के कारण एक सनातन राष्ट्र को विभाजन की त्रासदी की ओर ढ़केला गया था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया के जिन देशों ने प्रगति की उसके पीछे ‘नेशन फस्र्ट’ की थ्योरी रही है। जापान इसका उदाहरण है। भारत को विकसित राष्ट्र व महाशक्ति बनाने के लिए हर भारतवासी का दायित्व है कि ‘नेशन फस्र्ट’ की भावना को अपने जीवन का हिस्सा बनाये। ताकतवर को कोई तोड़ नहीं पाता है। हम सभी अपने देश को इतना शक्तिशाली बनाये कि आतंकवाद, उग्रवाद, अलगाववाद जैसी विकृतियों व बीमारियों का समाधान भारत अपने आप ही निकाल ले।