
राज्यपाल की अध्यक्षता में किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ का 20वाँ दीक्षांत समारोह सम्पन्न
उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व राज्य विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, लखनऊ का 20वाँ दीक्षांत समारोह सम्पन्न हुआ। समारोह में राज्यपाल जी ने चिकित्सा विश्वविद्यालय में कुल 1152 उपाधियों एवं 15 मेधावियों को 47 पदकों का वितरण किया,
जिसमें 36 स्वर्ण पदक, 07 रजत एवं 02 कांस्य पदक शामिल हैं। कुलाधिपति द्वारा सभी 1,152 उपाधियों को बटन दबाकर डिजिलॉकर पर अपलोड किया गया। एम0बी0बी0एस0 की छात्रा देवांशी कटियार को चांसलर गोल्ड मेडल तथा के0जी0एम0यू0 का सबसे प्रतिष्ठित हीवेट गोल्ड मेडल सहित 15 मेडल से नवाजा गया।
उन्होंने छात्राओं द्वारा छात्रों से अधिक मेडल प्राप्त करने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह नारी सशक्तिकरण एक उत्तम उदाहरण है। समारोह में डॉ0 राजीव बहल एवं न्यूरोलॉजिस्ट प्रो0 आशुतोष तिवारी को डी0एस0सी0 की मानद उपाधि से कुलाधिपति महोदया ने सम्मानित किया तथा प्रो0 मानचंद्र को लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड एवं विश्वविद्यालय के उत्कृष्ट चिकित्सा शिक्षकों को भी प्रशंसा पुरस्कार प्रदान किया गया।
राज्यपाल जी ने उपाधि एवं पदक प्राप्तकर्ताओं के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा कि वे सभी पीढ़ी के लिए एक आदर्श बनने के साथ ही नव भारत के निर्माण की आधारशिला हैं। उन्होंने भारतीय संस्कृति को विश्व कल्याण एवं वसुधैव कुटुम्बकम की संस्कृति बताते हुए कहा कि स्वस्थ नागरिकों से ही स्वस्थ राष्ट्र का निर्माण होता है।
समारोह को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल जी ने कहा कि चिकित्सक रोगियों के स्वास्थ्य एवं प्राण रक्षक की भूमिका निभाते हैं।
उन्होंने उपस्थित चिकित्सकों से रोगियों का पूरी संवेदना और करूणा भाव से उपचार करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वालों को अपना आदर्श व मार्गदर्शक बनाएं तथा अपने कार्यों से चिकित्सा के पेशे को गौरवान्वित करें। चिकित्सकों को उन्होंने रोगियों के मददगार के साथ-साथ उनका मित्र भी बताते हुए कहा कि चिकित्सा सेवा की सार्थकता तब है जब उनमें मानवीय संवेदना शामिल हो।