
माघ मेला प्रशासन पर साधु-संतों ने लगाया आरोप, कहा- अब तक नहीं दी गई जमीन
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में माघ मेला 2026 को शुरू होने में अब मात्र छह दिन बचे हैं। तीन जनवरी को पहला स्नान है लेकिन इसके ठीक पहले साधु संतों ने सोमवार को मेला प्रशासन का विरोध किया है। उनका कहना है कि मेला प्रशासन ने अभी तक उनको कोई जमीन नहीं दी है।
वहीं अपर जिलाधिकारी (एडीएम) मेला प्रशासन दयानंद का कहना है कि पांच किलो चावल को हम 5000 लोगों में नहीं बांट सकते, ठीक उसी तरीके से मेला प्रशासन बिना रजिस्टर्ड संस्थाओं को किसी भी तरीके से नई भूमि का आवंटन नहीं कर पायेगा। इसी बीच मेला प्रशासन के अधिकारी साधु संतों से बातचीत करने पहुंचे लेकिन वादों और बहस के बीच बातचीत पूरी तरीके से असफल रही।
मेला प्रशासन का कहना है कि 29 तारीख को नई संस्थाओं एवं आने वाले साधु संतों को जमीन आवंटन की प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। दूसरी ओर साधु संतों का कहना है कि अगर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो वह लोग आमरण अनशन करेंगे तथा आवश्यकता पड़ने पर जेल यात्रा जैसी कार्यक्रम में भी हिस्सेदारी करेंगे।
प्रदेश सरकार ने जहां इस माघ मेला 2026 को मिनी कुंभ का दर्जा दिया है। अब देखना यह है कि क्या महाकुंभ में जिस तरीके से बड़े-बड़े अखाड़े को जगह मिली थी वैसे अब मिनी कुंभ कहे जा रहे हैं मांग मेल 2025 में आने वाले साधु संतों को जगह मिल पाएगी।



