पेट्रोल, डीजल खरीदने वाले भूखे नहीं मर रहेः केजे अल्फोंस
मुंबई। पेट्रोल-डीजल के दामों को लेकर केंद्रीय मंत्री अलफोंस कन्नानथानम की टिप्पणी की आलोचना करते हुये शिवसेना ने इसे गरीब और मध्यवर्ग की ‘‘बेइज्जती’’ करार दिया। पार्टी ने आरोप लगाया कि जिनके पास कोई योग्यता और जनता से जुड़ाव नहीं है वे राष्ट्र को चला रहे हैं। ईंधन के दामों के लिये केंद्र पर निशाना साधते हुये शिवसेना ने दावा किया कि ईंधन के ज्यादा दाम देश में किसानों द्वारा खुदकुशी करने का मुख्य कारण है।
शिवसेना केंद्र और महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ एनडीए का सहयोगी है। कन्नानथानम केंद्रीय मंत्री परिषद में पर्यटन और आईटी मंत्री के तौर पर हाल ही में शामिल किये गये हैं। उन्होंने पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का यह कहते हुये बचाव किया था कि वाहन मालिक ‘भूखे नहीं मर रहे’ और पेट्रोल का खर्चा वहन कर सकते हैं। शिव सेना के मुखपत्र ‘सामना’ में कहा गया, ‘‘गरीबों को कभी बेइज्जत नहीं किया गया, कांग्रेस के शासन में भी।’’ इसमें कहा गया कि कन्नानथानम की इस टिप्पणी से मध्यम वर्गीय आदमी का अपमान किया गया है।
शिवसेना ने कहा कि कांग्रेस के शासन में जब ईंधन के दाम बढ़ रहे थे तब राजनाथ सिंह, स्मृति ईरानी और सुषमा स्वराज, जो अब मंत्री हैं, विरोध के लिये सड़कों पर बैठ गये थे। शिवसेना ने कहा, ‘‘राष्ट्र आज महसूस कर रहा है कि जब अयोग्य और जनता से नहीं जुड़े लोग सरकार में आते हैं और राष्ट्र पर शासन करते हैं तब क्या होता है।’’ इसमें आरोप लगाया कि ईंधन का ज्यादा दाम ही देश भर में किसानों की खुदकुशी की मुख्य वजह है।