अलियाबाद बाजार में सोमवार सुबह श्रद्धा का अनोखा दृश्य देखने को मिला। 84 कोसी परिक्रमा कर रहे साधु-संतों का विशाल जत्था जैसे ही बाजार में पहुंचा, पूरा इलाका ‘जय श्रीराम’ के जयघोष से गूंज उठा। स्थानीय लोगों ने पुष्पवर्षा कर साधु-संतों का स्वागत किया और मार्ग भगवान राम के नाम से सराबोर हो गया।
परिक्रमा दल रविवार देर रात संतनामी भजनाश्रम में विश्राम करने के बाद तड़के करीब 6 बजे अलियाबाद से आगे बढ़ा। साधु-संत रामधुन के साथ आगे बढ़ते रहे, जबकि महिलाओं और वरिष्ठ श्रद्धालुओं ने भी पूरी आस्था के साथ परिक्रमा में सहभागिता की।
रास्ते भर भक्ति का रंग, श्रद्धालुओं ने जगह-जगह किया स्वागत
पूरे मार्ग में भक्तिमय माहौल बना रहा। कई स्थानों पर ग्रामीणों ने जल, प्रसाद और फल वितरित कर परिक्रमा का स्वागत किया। कहीं राम नाम की धुन पर नृत्य हो रहा था तो कहीं बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक ‘जय श्रीराम’ के नारे लगाते दिखे। वातावरण में भक्ति और उत्साह दोनों का समावेश दिखा।
महंत गोविंद दास ने संभाली अगुवाई
“इस परिक्रमा का नेतृत्व महंत श्री गोविंद दास महाराज कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह यात्रा अयोध्या की 84 कोसी परिक्रमा का ही एक प्रमुख पड़ाव है। महंत गोविंद दास ने कहा कि भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण से संत समाज उत्साहित है और जन्मभूमि की परिक्रमा कर आशीर्वाद पाना प्रत्येक साधु का सौभाग्य है।
पुलिस प्रशासन मुस्तैद, मार्ग डायवर्ट कर निकाली परिक्रमा
परिक्रमा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस भी पूरी तरह सतर्क रही। थाना प्रभारी मनोज कुमार सोनकर और अलियाबाद चौकी इंचार्ज राकेश कुमार तिवारी पुलिस बल के साथ लगातार जत्थे के साथ चलते रहे। पुलिस टीम ने श्रद्धालुओं की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए राहगीरों के लिए मार्ग परिवर्तन भी कराया, ताकि परिक्रमा निर्बाध रूप से निकल सके।
अलियाबाद बाजार में निकली यह परिक्रमा आध्यात्मिक आस्था, सामाजिक सहयोग और रामभक्ति का अद्भुत संगम बनकर सामने आई।
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