खुर्जा और बुलन्दशहर दोनों विकास प्राधिकरणों को मिलाकर एक बड़े विकास प्राधिकरण का गठन करने के निर्देश
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुर्जा और बुलन्दशहर दोनों विकास प्राधिकरणों को मिलाकर एक बड़े विकास प्राधिकरण का गठन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि खुर्जा और बुलन्दशहर दो अलग-अलग विकास प्राधिकरण के रूप में गठित हैं, जबकि दोनों ही विकास प्राधिकारणों में आर्थिक, वाणिज्यिक, औद्योगिक, सांस्कृतिक और सामाजिक समरूपता है।
पूरा क्षेत्र एक ही जनपद बुलन्दशहर के अन्तर्गत आता है। विकास के लिए दीर्घकालिक योजनाओं को बनाने और उनके सुगम क्रियान्वयन के लिए यह आवश्यक है कि दोनों प्राधिकरणों को मिलाकर एक बड़े विकास प्राधिकरण का गठन किया जाए। उन्होंने कहा कि इस सम्बन्ध में आवश्यक कार्यवाही यथाशीघ्र पूरी करायी जाए।
मुख्यमंत्री ने यह निर्देश आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्च स्तरीय बैठक में खुर्जा, बुलन्दशहर और मुरादाबाद विकास प्राधिकरणों की जी0आई0एस0 आधारित महायोजना-2031 के प्रस्तुतिकरण के अवलोकन करने के अवसर पर दिए। उन्होंने कहा कि खुर्जा का सिरेमिक उद्योग देश-विदेश में विशेष पहचान रखता है।
वर्ष 2021 में 23 मिलियन यू0एस0 डॉलर मूल्य के सिरेमिक उत्पाद निर्यात किए गए। इस सेक्टर में अभी बहुत सम्भावना है। आवश्यकता है कि इससे जुड़े उद्यमियों, शिल्पियों की अपेक्षाओं के अनुसार सुविधाओं का विस्तार किया जाए तथा उन्हें मार्केट उपलब्ध कराया जाए। इस हेतु सिरेमिक हाट का निर्माण कराया जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर इण्टरनेशनल एयरपोर्ट खुर्जा के समीप ही है। ईस्टर्न और वेस्टर्न डेडिकेटेड फ्रेट कॉरीडोर का लाभ भी खुर्जा को मिल रहा है। यह विशेष स्थिति खुर्जा को भविष्य में निर्यात का हब बनने में बड़ी भूमिका निभाएगा। पॉटरी उद्योग के उद्यमियों के लिए एक नए इण्डस्ट्रियल एरिया का विकास भी किया जाना चाहिए।