
प्रधानमंत्री जी के पंचप्रण से प्रेरित होकर सभी सी0ए0 समाज राष्ट्र के विकास से जुड़ें
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज गोरखपुर के बाबा गंभीरनाथ प्रेक्षागृह में द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया के तत्वावधान में आयोजित वस्तु एवं सेवा कर में नवीनतम परिवर्तन तथा फेसलेस मूल्यांकन में जटिलता विषयक सेमिनार ‘नव सृजन-2023’ में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने संस्था की एक पुस्तिका का विमोचन भी किया।
इस अवसर पर देश-प्रदेश के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स एवं अन्य सभी को सेमिनार की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शासन के नियमों एवं सुधारों पर चर्चा एवं परिचर्चा के लिए आयोजित यह सेमिनार हम सबके लिए हर्ष का विषय है।
द इंस्टीट्यूट आॅफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स आॅफ इंडिया के गोरखपुर क्षेत्र की अध्यक्ष एक महिला है। यह अत्यंत गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि चार्टर्ड एकाउंटेंसी के क्षेत्र में मानसिक मेहनत की ज्यादा जरूरत होती है। किन्तु कोई भी क्षेत्र कठिन नहीं है, बल्कि हमारी निष्ठा और देखने की दृष्टि उसेे कठिन बना देती है। गोरखपुर जैसे क्षेत्र में यह दक्ष एवं पेशेवर सी0ए0 समाज को नई राह दिखायेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सेमिनार आयकर प्रणाली, जी0एस0टी0 एवं अन्य करों के निर्धारण तथा अन्य सम्बन्धित बिन्दुओं पर चर्चा पर केन्द्रित है। टैक्स पेयर का पैसा सरकार के पास आना चाहिए, क्योंकि इससे राष्ट्र के निर्माण में उनकी भी भागीदारी सुनिश्चित होगी।
‘य एषु सुप्तेषु जागर्ति’ की थीम के साथ यह संस्था सोए हुए लोगांे को जगाने का काम करती है, अर्थात जो टैक्स नहीं देते हंै, उन्हें राष्ट्र निर्माण के लिए टैक्स देने हेतु प्रेरित करती है। यह काम जी0एस0टी0 एवं अन्य मामलों के लिए भी जरूरी है। चार्टड एकाउंटेंट्स इस काम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनके गुरु ने भी नगर निगम की सेवा का लाभ न लेने के बावजूद उन्हें नगर निगम को टैक्स देने के लिए प्रेरित किया था, क्यांेकि यह पैसा महानगर के विकास के लिए ही खर्च होता है। हमें अपनी दक्षता एवं पेशेवर क्षमता को व्यवस्था की कमियों में न लगाकर, उसकी कमियों को भरने में लगाना चाहिए।



