प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को ‘राष्ट्र प्रथम’ के सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध एक स्वाभाविक गठबंधन करार दिया और शुक्रवार को कहा कि वह अपनी अगली सरकार के सभी फैसलों में सर्वसम्मति सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राजग की ओर से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए नेता चुने जाने के बाद मोदी ने कहा कि अगले कार्यकाल में उनकी सरकार अगले 10 साल में सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा कि आपसी विश्वास इस गठबंधन के मूल में है और वे ‘सर्व पंथ समभाव’ के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
यह दावा करते हुए कि राजग जीत पचाना अच्छी तरह जानता है, मोदी ने कहा, ‘‘अगर हम गठबंधन के इतिहास में संख्या के लिहाज से देखें तो यह सबसे मजबूत गठबंधन सरकार है। प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, ‘‘हम कभी नहीं हारे। चार जून के बाद हमारा आचरण दिखाता है कि हम जानते हैं कि जीत को कैसे पचाना है।’’
राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने कहा, ‘‘इस जीत को स्वीकार न करने..इस जीत पर ‘हार की छाया’ डालने की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन ऐसे सभी प्रयास विफल रह गए.. इस तरह की चीजें बहुत जल्द खत्म हो जाती हैं और यही हुआ भी।
बैठक में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के एन चंद्रबाबू नायडू, जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, जनता दल (सेक्यूलर) के एच डी कुमारस्वामी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, जन सेना पार्टी पवन कल्याण और भाजपा तथा राजग के अन्य सहयोगी दलों के नवनिर्वाचित सदस्यों ने हिस्सा लिया।
राज्यों से जुड़ी हर खबर और देश-दुनिया की ताजा खबरें पढ़ने के लिए
नार्थ इंडिया स्टेट्समैन से जुड़े। साथ ही लेटेस्ट हिन्दी खबर से जुड़ी जानकारी के लिये हमारा ऐप को डाउनलोड करें।