डेरा प्रमुख का जेड-प्लस सुरक्षा घेरा वापस, बैग उठाने वाले अधिकारी बर्खास्त
चंडीगढ़। बलात्कार के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद डेरा सच्चा सौदा के प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह का ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा घेरा वापस ले लिया गया है। हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस धेसी ने आज यहां यह जानकारी दी। उन्होंने इस बात से इनकार किया कि रोहतक की जेल में डेरा प्रमुख को किसी तरह की खास सुविधा दी जा रही हैं। राम रहीम को शुक्रवार को पंचकूला की विशेष सीबीआई अदालत ने 15 साल पुराने बलात्कार के एक मामले में दोषी करार दिया।
धेसी ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘डेरा प्रमुख को कल गिरफ्तार किए जाने के साथ ही, उनकी ‘जेड-प्लस’ सुरक्षा वापस ले ली गयी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनसे एक आम कैदी जैसा सुलूक किया जा रहा है। ऐसी खबरें थीं राम रहीम को एयर कंडीशनर दिया गया है, ऐसा कुछ नहीं है। जहां तक खाने की बात है, उसे वही खाना दिया जा रहा है जो दूसरे कैदियों को मिलता है।’’ कल फैसले से पहले राम रहीम अदालत में पेशी के लिए सिरसा से एक काफिले में पंचकूला पहुंचा था। वह हरियाणा पुलिस के कर्मियों और अपने निजी कमांडो के सुरक्षा घेरे में वहां आया था। दोषी करार दिए जाने के बाद उसे रोहतक के सुनारिया के एक जेल में बंद कर दिया गया।
इससे पहले हरियाणा के पुलिस महानिदेशक (कारागार) केपी सिंह ने भी राम रहीम को विशेष सुविधाएं देने की बात से इनकार किया था। उन्होंने डेरा प्रमुख को जेल में सुरक्षित रखने को चुनौती बताते हुए कहा, ‘‘इस वजह से ही हमने जेल के अंदर व्यवस्थाएं की हैं ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि कोई दूसरा कैदी उन्हें नुकसान ना पहुंचाए। जेल के बाहर हमने स्थानीय प्रशासन से इलाके की सुरक्षा का अनुरोध किया है और पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की है।’’
इस बीच, राज्य सरकार ने डिप्टी एडवोकेट जनरल गुरदास सिंह को पद से बर्खास्त कर दिया है क्योंकि वह राम रहीम का बैग उठाते हुए देखे गये। जब गुरमीत राम रहीम सिंह को अदालत ने बलात्कार के आरोप में दोषी करार दे दिया और उन्हें जेल ले जाने की तैयारी चल रही थी तो वह राम रहीम का बैग उठाते हुए दिखाई दिये। यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो जाने से राज्य सरकार की काफी किरकिरी हो रही थी।