
ट्रंप प्रशासन के फैसले से प्रभावित कर्मचारियों के साथ खड़ी हुईं कंपनियां
ह्यूस्टन। Donald trump प्रशासन के एक फैसले के खिलाफ अमेरिका की प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां माइक्रोसॉफ्ट, गूगल और एपल अपने कर्मचारियों के साथ खड़ी हो गई हैं। दरअसल, ट्रंप प्रशासन ने एक ‘माफी’ कार्यक्रम को रद्द कर दिया है। यह कार्यक्रम उन प्रवासी लोगों को वर्क परमिट प्रदान करता है जो देश में उस समय अवैध तरीके से आए थे जबकि वे बच्चे थे।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कल (मंगलवार) को बराक ओबामा कार्यकाल के प्रोग्राम ‘डेफर्ड एक्शन फॉर चिल्ड्रेन अराइवल (डीएसीए)’ को रद्द कर दिया। इस फैसले से 8 लाख गैर-दस्तावेजी श्रमिकों समेत 7 हजार से ज्यादा भारतीय-अमेरिकियों पर प्रभाव पड़ेगा। माइक्रोसॉफ्ट और एपल ने उन गैर दस्तावेजी श्रमिकों (ड्रीमर्स) की मदद की पेशकश की है, जो अमेरिका में हैं और युवा है तथा संघीय सरकार द्वारा कार्य अनुमति (वर्क परमिट) के लिए पंजीकृत हैं।
एपल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) टिम कुक ने ट्रंप प्रशासन के फैसले की निंदा की। उन्होंने कर्मचारियों के लिए जारी नोट में कहा कि फैसले से प्रभावित होने वाले कर्मचारियों को विशेषज्ञों की सलाह समेत अन्य जरूरी मदद दी जाएगी। कुक ने अपने ट्वीट में लिखा- एपल अपने ड्रीमर्स के लिए “संघर्ष” करेगा।