
गोरखपुर में स्वदेशी मेला का सीएम योगी ने किया शुभारंभ, कहा- इंफ्रास्ट्रक्चर, कारोबारी सुगमता और सुरक्षा से आया व्यापक निवेश
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को कहा कि जहां इंफ्रास्ट्रक्चर, कारोबारी सुगमता (ईज ऑफ डूइंग बिजनेस) और मजबूत कानून व्यवस्था से सुरक्षा का माहौल हो तो वहां दुनिया के निवेश को आने से कोई भी नहीं रोक सकता। उत्तर प्रदेश में आज शानदार इंफ्रास्ट्रक्चर है, ईज ऑफ डूइंग बिजनेस है तो यहां की कानून व्यवस्था नजीर मानी जाती है। इनके समन्वय से उत्तर प्रदेश में देश और दुनिया से व्यापक निवेश आया है। आज का उत्तर प्रदेश, देश के विकास में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
गोरखपुर के चंपा देवी पार्क में आयोजित यूपी ट्रेड शो स्वदेशी मेला के शुभारंभ समारोह को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वदेशी मेला का आयोजन राज्य के हर जिले में हो रहा है। इसके पहले प्रदेश में बने उत्पादों को मंच देने के लिए 25 से 29 सितंबर तक ग्रेटर नोएडा में उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो का आयोजन किया गया था।
इंटरनेशनल ट्रेड शो में 2250 से अधिक उद्यमियों ने अपने उत्पादों की शो केसिंग की थी। 500 से अधिक विदेशी क्रेता यहां आए थे और इस ट्रेड शो में 11200 करोड रुपये के उत्पादों की बिक्री हुई। यह नए उत्तर प्रदेश की तस्वीर है जो बीमारू राज्य से उबरकर इसे उद्यम प्रदेश के रूप में प्रस्तुत करती है।
उन्होने कहा कि जब उद्यम लगेंगे तो रोजगार मिलेगा। उद्यम लगेंगे तो कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी और उस कनेक्टिविटी की सुविधा का लाभ उद्योग ही नहीं बल्कि आम नागरिकों को भी मिलेगा। उद्यम लगेंगे तो नई तकनीकी आएगी और रोजगार के नए-नए अवसर भी सृजित होंगे।
सीएम योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश ने जो प्रगति की है, उससे वह बीमारू की छवि से बाहर निकलकर देश की अर्थव्यवस्था का ग्रोथ इंजन बन चुका है। योगी आदित्यनाथ ने कहा कि वर्ष 2017 के पहले उत्तर प्रदेश में उद्यम लगाना एक सपना था। तब ऐसी अराजकता थी कि लोग यूपी से भागने की फिराक में रहते थे। 2017 के बाद डबल इंजन सरकार में सुरक्षा का जबरदस्त वातावरण बना। जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई गई।
उद्योगों से जुड़े नियमों का सरलीकरण किया गया। इस ऑफ़ डूइंग बिजनेस को बेहतर बनाया गया। एमएसएमई में एक हजार दिनों तक एनओसी लेने की छूट दी गई। इससे उद्यमिता का जबरदस्त माहौल बना। प्रदेश में जो एमएसएमई यूनिट्स बंद हो रही थी, उन्हें संजीवनी मिलने लगी। आज एमएसएमई सेक्टर में 96 लाख यूनिट क्रियाशील हैं और इसके जरिए दो करोड लोगों को नौकरी और रोजगार मिलना सुनिश्चित हुआ है।
सीएम योगी ने कहा कि कृषि के बाद सर्वाधिक रोजगार सृजन एमएसएमई में है। यह संकट के समय में भी रोजगार देने वाला क्षेत्र है। उन्होंने बताया कि कोरोना महामारी के दौर में जब देश के अन्य राज्यों से 40 लाख श्रमिक उत्तर प्रदेश आए, तब उन्हें एमएसएमई सेक्टर का ही सहारा मिला।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश आत्मनिर्भरता के हर एक क्षेत्र में मॉडल बनता जा रहा है। उत्तर प्रदेश ने कानून व्यवस्था के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। हाईवे, रेलवे, एयरवे, इनलैंड वॉटरवे में प्रगति की लंबी छलांग लगाई है। उन्होंने कहा कि 2017 के पूर्व उत्तर प्रदेश में मात्र दो एयरपोर्ट की क्रियाशील थे जबकि आज 16 एयरपोर्ट क्रियाशील हैं। देश का सबसे बड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट नोएडा के जेवर में बनाया जा रहा है।