
भारत के इन 5 आमों की पूरी दुनिया दीवानी, हर कोई लेना चाहता है स्वाद
भारत दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक देश है। यहां पर लगभग 180 लाख टन आम का उत्पादन होता है। इसमें से हजारों टन आम का निर्यात विदेशों में होता है। भारत में किसान भाई कई किस्म के आमों की खेती करते हैं। खास बात यह है कि सभी आमों का स्वाद और रेट भी अलग- अलग होता है। लेकिन कुछ ऐसी खास किस्में हैं, जिनकी विदेशों में सबसे ज्यादा डिमांड है।
आम को फलों का राजा कहा जाता है. यह एक ऐसा फ्रूट है, जिससे आप कई तरह के व्यंजन बना सकते है। कुछ लोग पका हुआ आम खाना पसंद करते हैं, तो किसी को मैंगो शेक ज्यादा अच्छा लगता है। वहीं, कई लोग ऐसे भी हैं जो आम का अजार, आम का मुरब्बा और आम की चटनी ज्यादा चाव से खाते है।
यही वजह है कि मांग के अनुसार भारत से विदेशों में आम का निर्यात किया जाता है। फसल सीजन 2022-23 में भारत ने 22,963.78 टन आम का एक्सपोर्ट किया है। लेकिन भारत के आम की पांच किस्मों की विदेशों में ज्यादा मांग है। तो आइए जानते हैं, इन पांच किस्मों के बारे में।
लंगड़ा आम: उत्तर प्रदेश का बनारसी लंगड़ा आम पूरे देश में फेमस है। यह अपने स्वाद और रस के लिए जाना जाता है। विदेशों में भी लोग इसे खाने के लिए बेसब्री से इंतजार करते हैं. इसका लंदन, जापान और अमेरिका सहित अरब देशों में भी निर्यात होता है। पिछले साल भारत ने 6 टन लगड़ा आम का निर्यात किया था। लेकिन इस साल निर्यात 10 से 15 गुना ज्यादा हो सकता है।
दशहरी: लंगड़ा की तरह दशहरी भी अपने स्वाद के लिए फेमस है। इसकी खेती उत्तर प्रदेश के मलीहाबाद में सबसे अधिक होती है। करीब 200 साल पहले आम की इस किस्म को ईजाद किया गया था। इस आम की सप्लाई ओमान, बहरीन, सऊदी अरब और दुबई के अलावा जर्मनी, फ्रांस, इटली और इंग्लैंड में भी होती है। लेकिन ऐसा पहली बार होगा जब जापान के लोग इसका स्वाद चखेंगे।
चौसा: चौसा आम को भी विदेश के लोग बहुत चाव के साथ खाते है। जापान, चीन और दुबई में इसकी अधिक सप्लाई होती है। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर स्थित पैक हाउस से इसका निर्यात विदेशों में किया जाता है। यूपी से हर साल हजारों किलो चौसा आम विदेश भेजे जाते है।
मराठवाड़ा केसर: मराठवाड़ा केसर आम की एक बेहतरीन किस्म है। इसकी खेती महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में की जाती है। इसके अलावा गुजरात में भी किसान इसे उगाते हैं। यह अपने सुगंध, मिठास, और गूदे के रंग के लिए जाना जाता है. इसे जीआई टैग भी मिल चुका है। इसकी अरब देशों के साथ- साथ लंदन और अमेरिका में धूम है।
बंगानापल्ले आम: बंगानापल्ले आम की खेती केवल आंध्र प्रदेश में की जाती है। यह अपने स्वाद और सुगंध के लिए जाना जाता है। बंगानापल्ले आम देखने में अंडाकार होता है। इसमें विटामिन और पोषक तत्व प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं. इसे भी जीआई टैग मिला हुआ है। आंध्र प्रदेश से डायरेक्ट इसका विदेशों में निर्यात किया जाता है. इस आम में रेशा भी होता है। ऐसे में लोग इसका अचार लगाना भी पसंद करते है।