
बच्चों को महापुरूषों की आत्मकथा पढ़नी चाहिए- आनंदीबेन पटेल
उत्तर प्रदेश के राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल से आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में पूर्व माध्यमिक विद्यालय, धनुवासंाड, मोहनलालगंज के लगभग 60 छात्र-छात्राओं ने राजभवन स्थित गांधी सभागार में भंेट की। विद्यालय के बच्चों से मिलने पर राज्यपाल जी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि अध्यापकों का दायित्व है कि पढ़ाई के साथ बच्चों में शुरू से ही अच्छे संस्कार डाले। उन्हें अनुशासन में रहना और अपने जीवन को सही दिशा की ओर ले जाने हेतु सदैव प्रेरित करते रहना चाहिए। उन्होंने छात्रों से उनकी दिनचर्या के बारे में जानकारी प्राप्त की और अपने सामने उनसे योगाभ्यास भी करवाया।
श्री राज्यपाल ने बच्चों को यह सीख दी की अपने दैनिक जीवन में पौष्ठिक भोेजन, योगासन तथा पढ़ाई आदि का निर्धारित समय तय कर कार्य करें, ताकि भविष्य में समाज में अपना एक बेहतर स्थान बनाकर देश के लिए अपना सर्वोच्च दे सकें। इसके साथ ही श्री राज्यपाल ने बच्चों से पूरा राजभवन देखने के लिए कहा और वापस जाकर अपने अनुभव को भी एक निबन्ध के रूप में लिखने तथा बच्चों को महापुरूषों की आत्मकथा को पढ़ने तथा उसमें वर्णित महत्वपूर्ण बातों को अंगीकृत करने के लिए सुझाव दिया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्राचार्य श्री राकेश यादव तथा अध्यापक उपस्थित थे।