
ई-रिक्शा चलाकर परिवार का
नई दिल्ली | गाजियाबाद की रहने वाली कमलेश न सिर्फ अपने परिवार के लिए बल्कि उन महिलाओं के लिए भी एक बड़ी मिसाल है। जो मुश्किल हालातों के सामने हार मान जाती है । करीब 1 साल पहले कमलेश के पति बुरी तरह से बीमार हो गए थे। इसके बाद उनके बेटे की पत्नी की अचानक मौत ने पूरे परिवार को तोड़ दिया।
बस फिर क्या था बीमार पति और मानसिक रूप से कमजोर हो चुके बेटे की नौकरी चले जाने से, घर की आर्थिक हालत खराब होने लगी। ऐसे में पूरे घर का जिम्मा कमलेश के सिर पर आ गया । लेकिन कमलेश ने हौसला नहीं तोड़ा । उन्होंने किराए का रिक्शा चलाना शुरू किया और फिर एक ही साल में अपना ई रिक्शा खरीद लिया।
आज कमलेश ई रिक्शा चलाकर जितना भी कमाती है । उनका कहना है कि उससे घर चल जाता है। हालांकि आर्थिक हालत बहुत अच्छी नहीं है। लेकिन जाहिर है। कमलेश की हिम्मत और हौसला बाकी सभी महिलाओं के लिए एक बड़ी मिसाल है। कमलेश को देखकर दूसरी महिलाओं में भी हिम्मत आई है और वह कमलेश की तरह काम की तरफ प्रेरित हुई है।
महिला दिवस के मौके पर जो भी कमलेश को ई रिक्शा चलाता हुआ देख रहा है। वह कमलेश की तारीफ कर रहा है। अगर वक्त के सामने हार मान कर कमलेश ने हौसला तोड़ दिया होता। तो शायद वह आज अपने परिवार को संभाल ना पाती। पूरा परिवार भी बिखर सकता था । आर्थिक तंगी से परेशान आकर कई लोगों को इसी तरह से टूटते हुए देखा गया है । लेकिन एक महिला होकर जो हिम्मत कमलेश ने दिखाई वह वाकई सराहनीय है।



