
मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने से पहले इन बातों का रखें खास ख्याल
सर्दियों में खाना बनाने के लिए अक्सर मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल किया जाता है। कुछ सालों से मिट्टी के बर्तन हमारी रसोई से लगभग खत्म होते जा रहे थे। लेकिन एक बार फिर धीरे-धीरे इनका चलन शुरू हो गया है। हालांकि मिट्टी के बर्तनों का इस्तेमाल खाना पकाने के लिए सबसे बेहतर माना जाता है।
इसकी एक वजह मिट्टी के बर्तनों का झरझरा होना है। मिट्टी के बर्तन खाने को धीमा और समान रुप से पकाने में सहायक होता है। इससे न सिर्फ खाना काफी स्वादिष्ट होता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी काफी अच्छा माना जाता है।
बता दें कि मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने के लिए अधिक तेल आदि का इस्तेमाल भी नहीं होता है। इसमें सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं। मिट्टी के बर्तन में पकाए गए खाने में फैट की मात्रा काफी कम पायी जाती है। मिट्टी के बर्तन खाना पकाना एक आदर्श विकल्प के तौर पर देखा जाता है।
लेकिन इन बर्तनों के रखरखाव में काफी ज्यादा सावधानी बरतनी होती है। क्योंकि खाना पकाने के दौरान इन बर्तनों के फूटने का खतरा ज्यादा होता है। ऐसे में अगर आप भी अपने घर में खाना पकाने के लिए मिट्टी के बर्तन का इस्तेमाल करती हैं। तो इन टिप्स को जरूर फॉलो करें।
पानी में भिगोएं मिट्टी के बर्तन
मिट्टी के बर्तनों को इस्तेमाल करने से पहले सीजन करना जरूरी होता है। बर्तनों को सीजन करने से इनमें खाना नहीं चिपकता है। इसलिए इनका इस्तेमाल करने से पहले मिट्टी के बर्तनों को कुछ घंटो के लिए पानी में भिगो देना चाहिए।
क्योंकि मिट्टी के बर्तन झरझरे होने के साथ ही इनमें लंबे समय तक नमी बनी रहती है। जिसके कारण यह आसानी से टूटते नहीं है। इसलिए मिट्टी के बर्तनों के इस्तेमाल से पहले इन्हें पानी में भिगो दें। फिर इन्हें पानी से निकालकर साफ कपड़े से पोंछ लें। इसके बाद बर्तनों में पानी भरकर 2 मिनट तक धीमी आंच पर रख दें। फिर इस पानी को हटाकर आप इन बर्तनों में खाना पका सकती हैं।
कम आंच पर पकाएं खाना
किचन के नॉर्मल बर्तनों में हम कई बार तेज आंच पर खाना पका लेते हैं। लेकिन मिट्टी के बर्तनों में तेज आंच पर खाना नहीं पकाना चाहिए। क्योंकि ऐसे में इन बर्तनों के टूटने का डर रहता है। इसलिए इन बर्तनों में हमेशा धीमी आंच में खाना पकाना चाहिए। मिट्टी के बर्तनों में भले ही खाना थोड़ा धीमा पकता है, लेकिन इसका स्वाद काफी ज्यादा अच्छा होता है।
लकड़ी या सिलिकॉन करछुल का करें इस्तेमाल
मिट्टी के बर्तनों में खाना पकाने के दौरान स्टील आदि के करछुल का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इसकी जगह पर आप लकड़ी या सिलिकॉन की करछुल का इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे बर्तन डैमेज नहीं होते हैं और इनकी सतह पर किसी तरह का निशान आदि भी नहीं पड़ता है।
मिट्टी के बर्तन की सफाई
मिट्टी के बर्तनों में दोबारा खाने पकाने के लिए इन्हें सावधानी से साफ करना पड़ता है। जरा सी लापरवाही से यह बर्तन टूट जाते हैं। ऐसे में मिट्टी के बर्तनों को साफ करने के लिए साबुन और सॉफ्ट स्क्रब का इस्तेमाल करना चाहिए। इन बर्तनों को हल्के हाथों से रगड़ना चाहिए।
वहीं अगर इन बर्तनों में खाना चिपक जाता है तो इसे जोर से रगड़ने की जगह पानी और बेकिंग सोडा डालकर थोड़ी देर के लिए रख दें। फिर इन्हें अच्छे से साफ कर लें। पानी से धोने के बाद मिट्टी के बर्तनों को सुखाकर थोड़ी देर धूप में रख दें।