
मनिका बत्रा टेबल टेनिस फेडरेशन के खिलाफ पहुंचीं हाईकोर्ट, पहली सुनवाई में केंद्र से मांगा गया जवाब
भारत की स्टार टेबल टेनिस खिलाड़ी मनिका बत्रा एक बार फिर टेबल टेनिस फेडरेशन ऑफ इंडिया के खिलाफ खड़ी हो चुकी है। उन्होंने एशियन चैंपियनशिप के खिलाफ बाहर होने के बाद फेडरेशन के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट में अपील की थी। मनिका बत्रा की याचिका पर केंद्र सरकार के वकील से दिल्ली हाईकोर्ट ने जवाब देने को कहा है। साथ ही उनसे इस मामले की जानकारी देने को भी कहा है।
मनिका बत्रा और टेबल टेनिस फेडरेशन के बीच टोक्यो ओलिंपिक के बाद से विवाद चल रहा है. मनिका ने टोक्यो ओलिंपिक में महिला सिंगल्स में तीसरे राउंड में पहुंचकर इतिहास रच दिया था. वह ऐसा करने वाली पहली भारतीय महिला टेबल टेनिस खिलाड़ी थी। मनिका ने पिछले कुछ सालों में देश के लिए काफी सफलता हासिल की है लेकिन फेडरेशन के साथ रिश्ता खठास भरा ही रहा है।
मनिका ने नेशनल कैंप में नहीं लिया था हिस्सा
फेडरेशन ने हाल ही में एशियन चैंपियनशिप के लिए टीम का ऐलान किया था. इस टीम में मनिका बत्रा का नाम शामिल नहीं था. मनिका बत्रा ने इस फैसले से काफी नाराज थी और इसी वजह से उन्होंने फेडरेशन के खिलाफ दिल्ली हाई कोर्ट जाने का फैसला किया और यचिका दायर की. वहीं फेडरेशन का कहना है कि मनिका ने सोनीपत में हुए नेशनल कैंप में हिस्सा नहीं लिया था इसी कारण उन्हें टीम में शामिल नही किया गया था। फेडरेशन के मुताबिक उन्होंने पहले ही साफ किया था कि सभी खिलाड़ियों के लिए कैंप में हिस्सा लेना अनिवार्य था। एशियन चैंपियनशिप की शुरुआत दोहा में 28 सितंबर से शुरू होने वाली हैय दुनिया की 56वें नंबर की खिलाड़ी बत्रा की जगह 97वीं रैंकिंग की सुतीर्थ मुखर्जी महिला टीम की कमान संभालेंगी। वहीं, पुरुष टीम की कमान मानव ठक्कर संभालेंगे।
टोक्यो ओलिपिंक के बाद शुरू हुआ था विवाद
टोक्यो ओलिंपिक में मनिका नेशनल कोच के बगैर खेलने उतरी थी। इसके बाद टीटीएफआई ने उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था। मनिका ने जवाब देते हुए इस बात का पुरजोर खंडन किया कि रॉय की मदद लेने से इनकार करके उन्होंने खेल की साख को नुकसान पहुंचाया है। मनिका ने आरोप लगाया कि रॉय ने उन्हें मार्च में ओलिंपिक क्वालिफायर के दौरान एक मैच गंवाने के लिए कहा था। और इसी वजह से टोक्यो ओलिंपिक में सिंगल्स इवेंट में उन्होंने रॉय की मदद लेने से इनकार कर दिया था।