
लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी ने RJD एमएलसी पर साधा निशाना
शोसल मीडिया के जरिए मुखर रहने वाली लालू प्रसाद की बेटी रोहिणी आचार्य ने अपने पिता की पार्टी के एक एमलसी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रोहिणी ने अप्राकृतिक यौनाचार के आरोपों से घिरे आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी को लेकर कहा है कि ऐसे दुराचारियों को पार्टी में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
रोहिणी ने ट्वीट कर कहा है ये नीतीश कुमार की सरकार नहीं, दूराचारियों का आरजेडी में कोई जगह नहीं होनी चाहिए। रोहिणी ने इस ट्वीट के जरिए गायघाट रिमांड होम मामले में नीतीश कुमार को भी घेरने की कोशिश की है। दरअसल आरजेडी एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी पर एक युवक ने अप्राकृतिक यौनाचार की कोशिश करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद पुलिस ने मामले में युवक के आरोपों पर सचिवालय थाना में आईपीसी की धारा 377, 511 के तहत एफ आई आर दर्ज कराया है।
एमएलसी ने आरोपो को निराधार बताया है
थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक घटना की शाम 4 फरवरी को युवक अपने 2 साथियों के साथ एमएलसी के फ्लैट पर गया था। रात में एमएलसी ने उसके साथ अश्लील हरकत की अप्राकृतिक यौनाचार करने की कोशिश की विरोध करने पर एमएलसी ने मारपीट भी की, जिसके बाद वह अपने साथियों के साथ किसी तरह वहां से भागा। मामले में आरजेडी एमएलसी ने आरोपों को निराधार बताया था। और कहा था पुलिस मामले की जांच कर रही है। वो इसपर और ज्यादा कुछ नहीं बोलेंगे।
RJD एमएलसी रामबली सिंह चंद्रवंशी पर युवक से अप्राकृतिक यौनाचार के मामले में FIR दर्ज
थाने में दी गई शिकायत के मुताबिक युवक अपने 2 साथियों के साथ 4 फरवरी को MLC के फ्लैट पर गया था. रात में MLC ने उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने की कोशिश की. चंद्रवंशी पर पहले भी ऐसे आरोप लग चुके हैं. pic.twitter.com/zuwWu7MV5w
— Utkarsh Singh (@UtkarshSingh_) February 8, 2022
रोहिणी ने रिमांड होम मामले में साधा निशाना
इस मामले में अब रोहिणी आचार्य ने ट्वीट कर एमएलसी को पार्टी से निकालने की मांग की है। इधर जिस तरह पटना के गायघाट के रिमांड होम की सुपरिटेंडेंट वंदना गुप्ता पर दो पीड़िता ने गंभीर आरोप लगाए है। उसके बाद विपक्ष सरकार पर हमलावर है। रोहिणी ने भी इस मामले में सरकार को घेरने की कोशिश की है।
पटना रिमांड होम से बाहर आई एक पीड़िता ने अधीक्षक वंदना गुप्ता पर गंभीर आरोप लगाए है। पीड़िता ने कहा है कि वह यहां लड़कियों से अनैतिक काम करवाती है। यहां रहने वाली पीड़िताओं को भोजन और बिस्तर की भी सुविधा नहीं दी जाती है। यहां लड़कियों को जबरन नशे का इंजेक्शन दिया जाता है और रिश्तेदार के नाम पर बाहर के लड़कों को अंदर बुलाया जाता है।