
राज्यपाल की अध्यक्षता में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र प्रयागराज की बैठक सम्पन्न
प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल की अध्यक्षता में आज यहाँ राजभवन स्थित प्रज्ञाकक्ष में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, प्रयागराज की शाषी निकाय की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में 12 मुद्दों पर अनुमोदन हेतु विवरण प्रस्तुत किए गए तथा आगामी विषयों पर चर्चा की गई। राज्यपाल जी ने बैठक में सांस्कृतिक केन्द्र की गतिविधियों को विशेष रूप से विद्यार्थियों से जोड़ने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि केन्द्र अपने कार्यक्रमों के प्रशिक्षण और गतिविधियों में विद्यार्थियों को प्राथमिकता दे और जिन विद्यार्थियों को केन्द्र प्रशिक्षण दे, उन्हीं विद्यार्थियों को अपनी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से जोड़कर उनकी कलात्मक योग्यता को बढ़ावा भी दे।
बैठक में केन्द्र के निदेशक प्रो0 सुरेश शर्मा द्वारा राज्यपाल जी के समक्ष वर्तमान परिदृश्य में सांस्कृतिक कार्यक्रमों में दर्शकों के अभाव की समस्या को व्यक्त किया गया। राज्यपाल जी ने विषय को वृहद् दृष्टिकोण से जोड़ते हुए कहा कि सांस्कृतिक केन्द्र राज्य के विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में बड़े स्तर पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करके विद्यार्थियों को विविध प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग के लिए आंमत्रित कर सकता है। इससे युवाओं में कला के प्रति जुड़ाव पैदा होगा और सांस्कृतिक केन्द्र को एक उत्कृष्ट माध्यम भी प्राप्त होगा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों में कला के प्रति आकर्षण है, वे कलाकार भी हैं, दर्शक और प्रशंसक भी हैं। केन्द्र उन्हें आयोजन और मंच प्रदान कर उनकी रूचि का सवर्द्धन करे।
इसी क्रम में राज्यपाल जी ने कहा कि केन्द्र अपने कार्यक्रमों के लिए पूर्व से स्थापित प्रसिद्ध प्रेक्षागृहों की अपेक्षा सीमावर्ती क्षेत्रों, जनजाति बहुल क्षेत्रों, ग्रामीण क्षेत्रों के स्थलों पर अधिसंख्य आयोजनों को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कार्यक्रमों में ऐसी नाट्य-प्रस्तुतियाँ की जाएं, जिनके कथानक सामाजिक समस्याओं से जुड़े, जागरूकता का प्रसार करने वाले तथा प्रेरक हों। उन्होंने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में लोक कलाओं और स्थानीय कलाकारों के सम्वर्द्धन को प्राथमिकता देने पर भी जोर दिया। विविध चर्चाओं के दौरान राज्यपाल जी ने केन्द्र को आत्मनिर्भर होने के लिए को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए वित्तीय रूप से स्वयं सक्षम होने के लिए प्रेरित किया।
यहाँ बताते चलें कि उत्तर मध्य क्षेत्र सांसकृतिक केन्द्र, प्रयागराज को केन्द्र सरकार से ग्रान्ट प्राप्त होती है। इसकी गतिविधियों का दायरा 07 राज्यों तक विस्तृत है, जिसमें उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, उत्तरखण्ड तथा बिहार शामिल है।
आज सम्पन्न बैठक में प्रमुख सचिव राज्यपाल कल्पना अवस्थी, केन्द्र सरकार से ऑनलाइन जुड़े संयुक्त सचिव संस्कृति अमिता प्रसाद सरभाई, श्रीमती लिली पाण्डेय, निदेशक वित्त संस्कृति मंत्रालय हरीश कुमार, उत्तर प्रदेश से प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम, अपर सचिव संस्कृति बिहार दीपक आनंद तथा उत्तराखण्ड से अपर सचिव संस्कृति सहित बोर्ड ऑफ गवनर्स के सदस्य श्री सतीश आचार्य-राजस्थान, श्री मनीष जोशी बिस्मिल- हरियाणा, डॉ0 अंजनी कुमार श्रीवास्तव-बिहार तथा अन्य सम्मानित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।